March 4, 2025
Sevoke Road, Siliguri
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सिलीगुड़ी में बिक रहे सस्ते सिम कार्ड से हो जाएं सावधान!

बहुत से लोग सस्ते सिम कार्ड की तलाश में रहते हैं. आजकल सिलीगुड़ी में सड़क के किनारे छतरी के नीचे दुकान लगाते और माइक से भीड़ को चिल्ला चिल्ला कर आकर्षित करते सिम कार्ड की बिक्री करने वाले लोगों को देख सकते हैं. झंकार मोड, संतोषी मोड़, जलपाई मोड, एस एफ रोड, महावीर स्थान, विधान मार्केट, हिल कार्ट रोड और सिलीगुड़ी के कोने कोने में ऐसे लोग सड़क के किनारे सिम कार्डों की बिक्री करते देखे जा सकते हैं. उनके गिर्द भीड़ जमी रहती है.

सोच समझ कर आप ऐसी भीड़ का हिस्सा बनें. अगर आप सावधान नहीं रहेंगे, तो किसी अन्य मुसीबत में फंस सकते हैं. अगर आप ऐसी दुकानों में सिम लेने जाते हैं तो आपसे आधार कार्ड और फिंगरप्रिंट भी लिया जाता है. इस तरह से बायोमेट्रिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद व्यक्ति को सस्ता सिम मिल जाता है. लेकिन इसका दूसरा पक्ष ज्यादा डरावना है. आपका आधार कार्ड, पहचान पत्र और फिंगरप्रिंट का गलत इस्तेमाल कर जाली सिम कार्ड निकाला जा सकता है. जिसका इस्तेमाल साइबर अपराध में किया जाने लगा है. मजे की बात यह है कि आपको इसका पता भी नहीं चलता और आपके नाम से जाली सिम कार्ड निकाल कर साइबर ठगी की जाती है.

यह हम नहीं कहते हैं, बल्कि सिलीगुड़ी साइबर क्राइम की टीम ने इसका पता लगाया है. सिलीगुड़ी साइबर टीम ने नेशनल साइबर डाटा रिपोर्ट से मिली जानकारी के आधार पर यह अभियान चलाया. इसमें टीम को एक बड़ी सफलता मिली है. सिलीगुड़ी में जाली सिम कार्ड का धंधा खूब चल रहा है. सिलीगुड़ी पुलिस ने नेशनल डाटा रिपोर्ट के आधार पर अभियान चलाते हुए भक्ति नगर थाना के अंतर्गत दशरथ पली इलाके से एक व्यक्ति को पिछले दिनों गिरफ्तार किया, जो जाली सिम कार्ड की बिक्री करता था तथा उसका इस्तेमाल साइबर अपराध में किया जाता था.

व्यक्ति का नाम विप्लव मलिक है. फिलहाल वह चार दिनों के पुलिस रिमांड पर है. सिलीगुड़ी साइबर पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विप्लव मलिक साइकिल से घूम घूम कर सिम कार्ड की बिक्री करता था. खासकर वह ग्रामीण अंचलों में जाता था. पुलिस ने बताया कि विप्लव मलिक ने माटीगाड़ा में तुलसी नगर की रहने वाली एक महिला को भी सस्ता सिम कार्ड बेचा था. इसके बदले में मलिक ने महिला का फिंगरप्रिंट और पहचान पत्र लिया और उसका गलत इस्तेमाल करके फर्जी सिम निकाल कर बेच दिया था. पुलिस ने बताया कि इस फर्जी सिम के जरिए अनेक साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया गया था.

रिमांड के दौरान आरोपी मलिक ने बताया कि उसने अब तक 7 से ज्यादा फर्जी सिम कार्ड निकाल कर बेचा है. उसने सिलीगुड़ी के कई लोगों के पहचान पत्र और फिंगरप्रिंट का गलत इस्तेमाल किया है. उसने बताया कि सिलीगुड़ी में ही उसने फर्जी सिम कार्ड को ₹300 से लेकर ₹400 में कुछ लोगों को बेचा था. उसने अब तक उन लोगों के नाम नहीं बताए हैं, जिन्हें उसने फर्जी सिम कार्ड बेचा था. खरीदने वाले कौन थे. सिलीगुड़ी साइबर टीम को यह जानना जरूरी है. इसके आधार पर ही सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस सिलीगुड़ी में चल रहे जाली सिम कार्ड मामले का खुलासा कर सकेगी.

सूत्रों ने बताया कि इसमें सिलीगुड़ी के कुछ रसूखदार लोग शामिल हो सकते हैं, जो ऐसे अपराधों में शामिल हैं. पुलिस ने उन तक पहुंचने के लिए अपने खुफिया तंत्र को सक्रिय कर दिया है. उम्मीद है कि जल्द ही पुलिस कुछ लोगों तक पहुंचने में कामयाब हो सकेगी.

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