रविवार को उमेश की शादी थी. बारात सज धज कर दुल्हन के घर पहुंची. बारात में वर व वधू पक्ष के लोग नाच गा रहे थे और शादी का जश्न मना रहे थे. उमेश सर से पांव तक दूल्हे के गेट अप में था और काफी जंच भी रहा था. द्वार पर शहनाई बज रही थी. दूल्हा दुल्हन पक्ष के अनेक लोग चहक रहे थे.
बारात का स्वागत करने के बाद दुल्हन पक्ष के लोगों ने दूल्हे को अपनी परंपरा के अनुसार गोद में उठाकर विवाह स्थल पर पहुंचाया. इसके बाद दूल्हे को विवाह मंडप में बैठा दिया गया. उस समय दुल्हन पक्ष के लोग शादी में व्यस्त थे. वरमाला डालने की तैयारी हो रही थी. महिलाएं गीत गा रही थी. तभी सिलीगुड़ी महिला थाने की पुलिस टीम गाड़ी में भरकर मौके पर पहुंची. वहां पुलिस को देखते ही लोग दंग रह गए. कुछ लोगों ने सोचा कि पुलिस वाले बारात का स्वागत करने और दूल्हा दुल्हन को आशीर्वाद देने आए हैं, पर कुछ ही देर में तस्वीर बदल चुकी थी.
पुलिस बल ने दूल्हा बने उमेश ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया. आखिर महिला पुलिस ने ऐसा क्यों किया? पुलिस तथा अन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उमेश ठाकुर ने एक लड़की को धोखा दिया, जबकि एक अन्य लड़की से वह विवाह रचा रहा था. उसने ऐसी लड़की को धोखा दिया था, जिसके साथ उसने शादी करने की सौगंध खाई थी.
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि सिविक वॉलिंटियर वास्तव में अपनी कथित प्रेमिका से शादी करना नहीं चाहता था. वह अपनी प्रेमिका को एक टाइम पास की तरह इस्तेमाल करता था. उसने उससे शादी का झांसा देकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए लेकिन जब युवती ने उस पर शादी का दबाव बनाया तो उमेश ठाकुर की असलियत खुल गई. उसने उससे अपने सारे रिश्ते तोड़ लिए और उसकी जिंदगी से दूर होता चला गया.
इस बीच उमेश ठाकुर के घर वालों ने उमेश का रिश्ता सिलीगुड़ी की ही एक अन्य लड़की से तय कर दिया. रविवार को उनकी शादी थी. लेकिन इससे पहले कि वह अपने माता-पिता की पसंद की लड़की से विवाह कर पाता, उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उमेश ठाकुर के खिलाफ यह शिकायत पीड़िता ने सिलीगुड़ी महिला थाने में दर्ज कराई थी. पुलिस ने जांच के उपरांत पीड़िता का प्रतिवेदन सही पाया और ठीक समय पर पहुंचकर उमेश ठाकुर को गिरफ्तार कर एक अन्य लड़की की जिंदगी को बर्बाद होने से बचा लिया.
सिविक वॉलिंटियर उमेश ठाकुर पिछले 10 वर्षों से लड़की से प्यार कर रहा था. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.उमेश ठाकुर को सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश करके पुलिस ने उसे रिमांड पर लिया है. जहां उससे पूछताछ की जा रही है. ऐसी घटनाएं हमारे समाज में होती रहती हैं, जब शादी के मंडप से दूल्हे को पुलिस गिरफ्तार कर ले जाती है या दुल्हन स्वयं बारात लेकर दूल्हे के घर पहुंच जाती है. या दूल्हे से शादी की जिद पर प्रेमिका अड़ जाती है. इस तरह की घटनाएं हमारे समाज में काफी हो रही हैं. सिलीगुड़ी में एक बार फिर से एक ऐसी घटना घटी है, जिसमें दूल्हा है सिलीगुड़ी सिविक वॉलिंटियर में काम करने वाला युवक. इसलिए यह घटना चर्चा में है.
सिविक वॉलिंटियर दूल्हे का नाम उमेश ठाकुर है. वह पिछले कई वर्षों से सिलीगुड़ी सिविक वॉलिंटियर में कार्यरत था. लेकिन पिछले दो वर्षों से वह सिविक वॉलिंटियर में रेग्युलर नहीं था और एक निजी फर्म में गुप्त रूप से नौकरी कर रहा था. ऐसी भी जानकारी मिली है कि लड़की से अपने रिश्ते खत्म करने के बाद उमेश ठाकुर ने गुपचुप रूप से एक निजी फर्म में नौकरी कर ली थी. उसने भरसक कोशिश की थी कि उसकी शादी के बारे में उसकी पूर्व प्रेमिका को पता ना चले. परंतु आज के आधुनिक युग में कुछ भी छुपाना आसान नहीं है. सिविक वॉलिंटियर को अपनी करनी की सजा मिल चुकी है. वह ना घर का रहा, न घाट का. ऐसे लोगों का यही हश्र होता है!