सिलीगुड़ी में दो मुख्य सरकारी अस्पताल हैं. सिलीगुड़ी जिला अस्पताल और उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल, जो राज्य सरकार के द्वारा संचालित होते हैं. उपरोक्त के अलावा कोई भी केंद्रीय अस्पताल यहां उपलब्ध नहीं है. इन दोनों अस्पतालों में इलाज के लिए मरीज अथवा उनके रिश्तेदार सिलीगुड़ी और सिलीगुड़ी के आसपास के क्षेत्रों, जलपाईगुड़ी, पहाड़ और सिक्किम से आते हैं. इन दोनों ही अस्पतालों में पर्याप्त बेड का अभाव है. वर्तमान में सीमित संसाधनों के बीच दोनों ही अस्पतालों की व्यवस्था चल रही है.
सिलीगुड़ी में गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए अत्याधुनिक चिकित्सा पद्धति का भी अभाव है. आधुनिक तकनीकी यंत्रों के अभाव में यहां के मरीजों को कोलकाता, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, मुंबई आदि दूरदराज के अस्पतालों में जाना पड़ता है. गरीब रोगियों के लिए तो यह गंभीर समस्या हो जाती है. क्योंकि इलाज के लिए बाहर आने जाने में ही उनका काफी खर्च हो जाता है. यह सभी समस्याएं दिनों दिन गंभीर होती जा रही है.
काफी समय से सिलीगुड़ी में एक अत्याधुनिक और बड़े केंद्रीय अस्पताल की जरूरत महसूस की जा रही थी. एक ऐसा अस्पताल हो,जहां रोगियों को भर्ती करने के पर्याप्त बेड उपलब्ध हो. क्योंकि कई बार ऐसा देखा गया है कि बेड के अभाव में रोगियों को अस्पताल भर्ती नहीं लेते तथा उन्हें अन्यत्र जाने की सलाह दी जाती है. सिलीगुड़ी में वर्तमान में अस्पतालों में इलाज के सभी अत्याधुनिक संसाधन और तकनीकी मौजूद नहीं है. आज भी सिलीगुड़ी जिला अस्पताल और उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अत्याधुनिक चिकित्सा यंत्रों का अभाव है. इसके कारण रोगियों को इलाज के लिए कोलकाता अथवा दूर-दूर के क्षेत्रों में जाना पड़ता है.
अब ऐसा लगता है कि यहां के लोगों, मरीजों तथा उनके रिश्तेदारों की काफी दिनों से चली आ रही मांग को केंद्र सरकार में ने सुन ली है. केंद्र सरकार के प्रतिनिधि और दार्जिलिंग के भाजपा सांसद और प्रवक्ता राजू बिष्ट ने आज घोषणा भी कर दी है कि सिलीगुड़ी में 500 बिस्तरों वाला एक अत्याधुनिक अस्पताल खुलेगा. राजू बिष्ट विधान मार्केट व्यवसाई समिति के सदस्यों के साथ एक बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी के लोगों को बेहतर इलाज के लिए अब सिलीगुड़ी से दूर कहीं नहीं जाना होगा.
जरा सोचिए कि अगर 500 बेडो का सिलीगुड़ी में अत्याधुनिक अस्पताल खुलता है तो सिलीगुड़ी ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर बंगाल, सिक्किम, पहाड़ और Dooars क्षेत्रों के लोगों को कहीं और जाना नहीं होगा. उन्हें सिलीगुड़ी में ही इलाज की समस्त सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी. इसकी आवश्यकता भी काफी समय से महसूस की जा रही थी. अगर यहां अत्याधुनिक बड़ा अस्पताल खुलता है तो इससे सिलीगुड़ी का विकास और तेज गति से होगा. यहां के लोगों को रोजगार भी मिलेंगे.
बहरहाल यह देखना होगा कि सांसद राजू बिष्ट की घोषणा तथा उनके विश्वास को केंद्र सरकार किस रूप में लेती है. लेकिन उनके बयानों से यह संकेत लग जाता है कि केंद्र सरकार की ओर से जरूर उन्हें आश्वासन मिला होगा. तभी उन्होंने यह घोषणा की है. कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले शायद सिलीगुड़ी में 500 बेड का एक अत्याधुनिक केंद्रीय अस्पताल स्थापित करने की अधिकृत रूप से विधिवत घोषणा की जा सके तथा यह भी हो सकता है कि उसका शिलान्यास भी प्रधानमंत्री के हाथों कराया जा सके.