November 14, 2024
Sevoke Road, Siliguri
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सिलीगुड़ी व आसपास में सड़कें तो बन रही हैं, लेकिन नालियां नहीं!

मुख्यमंत्री पथ श्री योजना के तहत हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग समेत पूरे राज्य में कई छोटी- बड़ी सड़कों का शिलान्यास काम शुरू कर दिया है. कई इलाकों में सड़कें बननी शुरू भी हो गई हैं तो कई इलाकों में छोटी बड़ी सड़कों खासकर संपर्क सड़कों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

सिलीगुड़ी, आसपास तथा दार्जिलिंग जिले में दर्जनों संपर्क सड़कें बनने जा रही है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के वर्चुअल उद्घाटन के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर और मेयर परिषद के सदस्यों के द्वारा धूमधाम से कार्य भी शुरू कर दिया गया है. लेकिन जैसे-जैसे कार्य की गति बढ़ रही है, वैसे वैसे विरोध के स्वर भी बुलंद होने लगे हैं. एक तरफ तो सिलीगुड़ी तथा आसपास के लोग सड़क बनने से खुश हैं तो दूसरी ओर उनका विरोध इस बात को लेकर है कि सरकार सड़क तो बनवा रही है, परंतु नालियां नहीं.

लोगों की शिकायत है कि सिर्फ सड़क बनवा देने से कुछ नहीं होगा क्योंकि जब तक नालियां नहीं बनेगी तब तक जलजमाव की समस्या बनी रहेगी. कई इलाकों में खासकर ग्रामीण इलाकों में मुख्य मंत्री पथ श्री योजना के तहत सड़कों के निर्माण का काम शुरू कर दिया गया है. स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे हैं. उनकी शिकायत है कि बरसात के दिनों में जलजमाव की बड़ी समस्या रहती है. निकासी अथवा नाला नहीं होने से बरसात का पानी बाहर नहीं जा पाता. उनका कहना है कि सबसे पहले सरकार सड़क के किनारे दोनों तरफ नालियों की व्यवस्था करे. उसके बाद सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया जाए.

कहीं ना कहीं उनकी मांग सही भी है. क्योंकि यह सभी जानते हैं कि सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में बरसात के समय जलजमाव की भीषण समस्या उत्पन्न हो जाती है. क्योंकि यहां जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त नहीं है.कई इलाकों में आज भी जल निकासी की व्यवस्था पूरी नहीं हो पाई है. जबकि वह क्षेत्र सिलीगुड़ी नगर निगम अथवा जलपाईगुड़ी नगरपालिका के अधीन आते हैं. सड़क बनने का तभी लाभ होगा जब उससे पहले जल निकासी के लिए नालियों की व्यवस्था की जाए.

आज कुछ इसी तरह की घटना डावग्राम दो नंबर दक्षिण शांति नगर इलाके में घटी. इसमें परियोजना के तहत सड़क निर्माण का कार्य शुरू करने के लिए सड़क पर खुदाई का काम शुरू हो गया था. 10 फीट पक्की सड़क निर्माण का कार्य करने के लिए जेसीबी बुलाया गया था. स्थानीय लोगों ने उसे आकर रोक दिया. उनकी मांग है कि जब तक सड़क के किनारे नालियों की व्यवस्था नहीं की जाती तब तक वह सड़क बनने नहीं देंगे. इसके बाद सड़क निर्माण करने आए अधिकारी और मजदूर मौके से चले गए.

दार्जिलिंग के साथ-साथ जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार ,कूचबिहार आदि जिलों से भी कुछ इसी तरह की खबर आ रही है. हालांकि जिन इलाकों में जल निकासी की व्यवस्था है, वहां के लोग ग्रामीण सड़कें बनने से काफी खुश भी हैं, परंतु जहां जलजमाव का क्षेत्र है वहां नालिया नहीं बनने से लोगों में नाखुशी भी है. कुछ खुशी कुछ गम के बीच पश्चिम बंगाल सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी क्या लोगों की शिकायतों पर इस ओर भी ध्यान देंगी, इस पर सभी की नजर टिकी हुई है. फिलहाल प्रोजेक्ट के तहत विभिन्न इलाकों में कार्य शुरू हो गया है.

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