सिलीगुड़ी शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम और सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस ट्रैफिक विभाग के द्वारा ना जाने कब से प्रयास हो रहा है. यहां तक कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सिलीगुड़ी शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन और सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस को आदेश दिया था. उस समय से लेकर अब तक कुछ भी नहीं बदला है. बल्कि दिन प्रतिदिन जाम लगने की घटनाओं में वृद्धि ही हो रही है. प्रशासन असहाय है. सिलीगुड़ी नगर निगम ने भी जैसे हाथ खड़े कर लिए हैं.
शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए कल्पना और विचार ही सामने आ रहे हैं.सिलीगुड़ी नगर निगम ने छोटे स्तर पर सड़क अतिक्रमण हटाने का एक अभियान चलाया जरूर है पर उससे भी कुछ फर्क होता दिख नहीं रहा है. आज भी सिलीगुड़ी के वक्षस्थल हिल कार्ट रोड ,सेवक रोड पर हर समय जाम लगा रहता है. शाम के समय तो पूछिए ही मत! ऑफिस से निकलने के बाद आप कब घर पहुंचेंगे, कुछ पता नहीं होता.
सड़कों पर अनगिनत टोटो,बाइक, स्कूटर, स्कूटी और प्राइवेट कारें रेंगती नजर आएंगी. बीच-बीच में रिक्शा, ठेले वाले भी होते हैं. आखिर इस जाम का निदान क्या है. कुछ लोग बताते हैं कि अगर सब जगह फ्लाई ओवर बन जाए तो सिलीगुड़ी का जाम खत्म हो जाएगा जो कि यह मुमकिन ही नहीं है. कुछ लोगों का मानना है कि अवैध रूप से चल रहे टोटो को बंद कर दिया जाए या फिर सिलीगुड़ी नगर निगम टोटो को टिन नंबर देना बंद कर दे.
तो कई लोगों का यह भी कहना है कि सिलीगुड़ी में दिन प्रतिदिन कारों की संख्या बढ़ रही है. इसे रोकने का तरीका आरटीओ के पास होना चाहिए. आरटीओ कुछ समय के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बंद कर दे या फिर एक लिमिट में चुनिंदा गाड़ियों को ही रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाए.कई लोगों का यह भी मानना है कि दिल्ली ,मुंबई जैसे बड़े महानगरों की तर्ज पर सिलीगुड़ी में भी ऑड-इवन की तर्ज पर गाड़ियां चलाई जाए तो कुछ हद तक लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी. इस तरह से अलग-अलग विद्वानों की अलग-अलग राय है.
सिलीगुड़ी प्रशासन समस्या का समाधान निकालने के लिए कोई ठोस रणनीति बनाने में अब तक विफल रहा है. दिन प्रतिदिन शहर की आबादी बढ़ती जा रही है. ऐसे में यातायात के साधन तो विकसित होंगे ही. इसलिए किसी को कार अथवा बाइक या टोटो से महरूम नहीं रखा जा सकता.
समस्या यह है कि सिलीगुड़ी की सड़कें आदि काल से ही संकीर्ण रही है. जिसे अब बढ़ाना भी मुश्किल है. क्योंकि सड़कों के किनारे किनारे दुकान या फिर निजी पार्किंग बन जाने से सडके ऐसे ही छोटी हो रही है. ऐसे में ट्रैफिक की समस्या तो बढ़ेगी ही.अब सब जगह तो flyover नहीं बन सकता. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में यहां ट्रैफिक की समस्या और गंभीर होगी!
सिलीगुड़ी में ट्रैफिक समस्या का स्थाई समाधान यहां रिंग रोड बनाने से ही होगा, जिसके लिए काफी पैसे की जरूरत होगी. अगर केंद्र और राज्य सरकार हाथ मिलाए तो हो सकता है कि यहां रिंग रोड बनाए जाने की संकल्पना मूर्त रूप ले सके. क्योंकि रिंग रोड बनने के बाद ही सिलीगुड़ी के जाम मुक्त होने की स्थिति मजबूत होगी.