देशभर में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटों के दौरान 5357 नए मामले सामने आए हैं. दिल्ली, हरियाणा, केरल आदि राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लेकिन दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की बात करें तो यहां अभी स्थिति इतनी खतरनाक नहीं है, जितना कि देश के दूसरे राज्यों में स्थिति लगातार जटिल हो रही है.
हरियाणा में सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय शासकीय इकाइयों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि लोग मास्क लगाएं और कोरोना गाइडलाइंस का पालन करें. केरल में भी सरकार ने राज्य की गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों तथा गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. पुडिचेरी में भी मास्क अनिवार्य है. पुडुचेरी प्रशासन ने निर्देश दिया है कि अस्पतालों, होटलों, रेस्टोरेंट, शराब की दुकानों ,सरकारी कार्यालयों ,व्यवसायिक प्रतिष्ठानों आदि में लोग मास्क पहनकर काम करें. दिल्ली में तो लोग काफी पहले से ही मास्क लगा रहे हैं.
जहां तक पश्चिम बंगाल की बात है, यहां केरल, तमिलनाडु, दिल्ली और महाराष्ट्र की तुलना में सक्रिय मामले काफी कम है. लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग किसी भी तरह की कोताही बरतने के लिए तैयार नहीं है. पश्चिम बंगाल में कोविड के सक्रिय मामलों की कुल संख्या 233 है जो राष्ट्रीय आंकड़े का केवल 0.74% है. लेकिन पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या में 30 की वृद्धि हुई है. इससे स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. क्योंकि अगर कोरोना संक्रमण के इतिहास पर नजर डालें तो एक बार दस्तक देने के बाद संक्रमण की गति काफी तेज हो जाती है. ऐ
ऐसे में राज्य स्वास्थ्य विभाग भविष्य की रूपरेखा तैयार करते समय हो सकता है कि राज्य में मास्क पहनना अनिवार्य करने के आदेश जारी कर सके. हालांकि अभी भी अस्पतालों में बगैर मास्क के आप ना तो डॉक्टर से मिल सकते हैं और ना ही आपको प्रवेश करने दिया जा सकता है. सिलीगुड़ी का जिला अस्पताल और उत्तरबंग मेडिकल कॉलेज अस्पताल इसका उदाहरण है. इसके अलावा महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों में भी बगैर मास्क के आपकी एंट्री नहीं हो सकती.
देखा जाए तो सिलीगुड़ी में कुछ ही लोग मास्क लगाते हैं और अधिकतर लोग मास्क लगाना जरूरी नहीं समझते. लेकिन जिस तरह से राज्य स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने भविष्य की रूपरेखा और ऐहतियातन तैयारी शुरू कर दी है, उसको देखते हुए भविष्य में अगरसभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य करने इस तरह का कोई निर्देश सामने आता है तो इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए.
सिलीगुड़ी के पास उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोनावायरस से निबटने की भविष्य की रूपरेखा बनाई जा रही है. सूत्र बता रहे हैं कि अभी सरकार वेट एंड वॉच की स्थिति में है. लेकिन अगर संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते रहे और स्थिति देश के दूसरे राज्यों की तरह हो जाए तो हो सकता है कि यहां भी हरियाणा, केरल, दिल्ली आदि राज्यों की तरह ही सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया जाए.
पिछले दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की बैठक और निर्देश के बाद मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. ताकि आपातकालीन स्थितियों में किसी भी खतरे से निपटा जा सके. पश्चिम बंगाल में भी स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी के साथ सतर्क है. जानकार मानते हैं कि अगले दो-तीन दिन काफी महत्वपूर्ण है. इसके बाद ही सरकार इस दिशा में कोई दिशा निर्देश जारी कर सकती है, अन्यथा नहीं!