माटीगाड़ा पुलिस शराब तस्करी के आरोपी युवक को सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश करने के लिए ले जा रही थी. थाने के आगे कई लोग जमा थे. उनमें मीडिया कर्मी भी मौजूद थे. जैसे ही पुलिस ने लड़के को हवालात से बाहर निकाला, कैमरामैन के कैमरे की फ्लैश चमकने लगी. लड़के ने किसी सेलिब्रिटी की तरह ही हाथ हिला कर कैमरामैन की ओर देखा और प्रफुलित ढंग से फोटो खिंचवाने अथवा वीडियो मेकिंग में कैमरामैन का सहयोग किया. आरोपी लड़के को अपने किए पर कोई अफसोस नहीं था…
यूं तो बिहार में सरकारी स्तर पर शराब पर प्रतिबंध लगाया गया है, परंतु सच तो यह है कि शराब सब जगह चोरी चुपके बेची जा रही है. बिहार में कई बेरोजगार युवा शराब के धंधे के जरिए कमाई कर रहे हैं. कई लोग चोरी छुपे शराब तैयार करते हैं. कई ऐसे लोग हैं जो ब्रांडेड शराब पड़ोसी राज्यों से तस्करी करते हैं. कहा तो यह भी जा रहा है कि सिलीगुड़ी से बिहार में शराब की तस्करी बड़े पैमाने पर होती है.
सूत्रों ने बताया कि शराब तस्कर सिलीगुड़ी से शराब की तस्करी करके शार्टकट रास्ते बिहार की सीमा में प्रवेश करते हैं. यह पूरा धंधा सुनियोजित तरीके से होता है. सिलीगुड़ी और बिहार के बीच व्यापारिक लेनदेन वर्षों पुराना है. बिहार से पिकअप वैन में भरकर मछलियां, साग सब्जियां और अन्य सामान सिलीगुड़ी के बाजार में ले जाए जाते हैं और यहां से अन्य सामानों के साथ-साथ शराब और नशीले पदार्थ भी पुलिस की नजरों से बचाकर बिहार ले जाए जाते हैं. इस धंधे में बाकायदा एक रैकेट सक्रिय है. जानकार मानते हैं कि यह पूरा धंधा पुलिस की मिली भगत से होता है. खैर सभी पुलिस वाले बिकाऊ नहीं होते हैं. अन्यथा शराब तस्करी की घटनाएं सार्वजनिक नहीं होती.
बिहार और सिलीगुड़ी के बीच शराब तस्करी की घटना का भंडाफोड़ माटीगाड़ा पुलिस ने किया है. माटीगाड़ा पुलिस को अपने मुखबिर से पता चला कि बिहार जाने वाली एक वैन में शराब की तस्करी की जा रही है. मुखबिर ने बताया कि जिस पिकअप वैन में शराब रखी गई है, वह अभी -अभी शिव मंदिर की तरफ गई है. गाड़ी में कई कार्टून शराब रखी गई है जो बिहार में बेचने के लिए ले जायी जा रही है. मुखबिर से जानकारी मिलने के बाद सादी वर्दी में माटीगाड़ा पुलिस और SOG की टीम ने तुरंत ही पिकअप वैन पकड़ने का फैसला किया. इसके बाद बिना विलंब किए पुलिस शिव मंदिर इलाके में पहुंच जाती है और गाड़ी का पीछा करते हुए उसे रोक देती है.
गाड़ी की तलाशी लेने पर पुलिस को मछली के कार्टून में रखी गई 35 कार्टून बियर मिली. पुलिस ने गाड़ी चालक से पूछताछ की. जिस व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उसका नाम वीरमान साहनी है. वह बिहार का रहने वाला है. वह पंजाब में नौकरी कर चुका है
लेकिन नौकरी छूटने के बाद वह बिहार में अपने माता-पिता के साथ रहता था. उसने पुलिस को बताया कि वह बेरोजगार है और पेट के लिए वह यह धंधा करता है. आज माटीगाड़ा पुलिस ने गिरफ्तार साहनी को सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश करने के लिए थाने से बाहर निकाला तो वहां कई मीडिया कर्मी भी उपस्थित थे. साहनी का वीडियो बनाने और उसका फोटो लेने के लिए कैमरामैन अपना कैमरा रेडी कर चुके थे. जैसे ही पुलिस साहनी को हवालात से निकलकर बाहर ले आई. आरोपी लड़के ने खुद को किसी सेलिब्रिटी की तरह ही कैमरामैन की ओर हाथ हिलाते हुए फोटो खिंचवाया. उसके चेहरे पर कोई मलाल नहीं था और ना ही कोई पछतावा था.
आरोपी लड़के ने कहा कि क्योंकि वह बेरोजगार है इसलिए पेट के लिए यह गलत धंधा करता है. वैन में जाते हुए वह कह रहा था कि उसे अपने किए पर कोई अफसोस नहीं है. क्योंकि यह काम वह पेट के लिए करता है. उसने कहा कि सुसाइड करने से तो यह ध॔धा अच्छा है. यानी अगर वह यह धंधा नहीं करता तो सुसाइड कर लेता! लेकिन क्या सुसाइड से बचने के लिए यही गलत धंधा करना जरूरी है?