सिलीगुड़ी से लेकर दार्जिलिंग तक इन दिनों ट्रैफिक जाम की समस्या गंभीर होती जा रही है. सिलीगुड़ी में ट्रैफिक जाम कोई नई समस्या नहीं है. अब सिलीगुड़ी की ट्रैफिक जाम समस्या को दूर करने के लिए कई बदलाव किए जा रहे हैं. चर्चा तो यह है कि सिलीगुड़ी में कोलकाता की तर्ज पर ही नई ट्रैफिक पद्धति अपनाई जाएगी!
दार्जिलिंग में इन दिनों ट्रैफिक जाम की घटनाएं इसलिए बढ़ गई है कि बड़ी संख्या में पर्यटक दार्जिलिंग आ रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दार्जिलिंग के पद्मजा नायडू जूलॉजिकल पार्क में इस समय रोजाना 3000 से अधिक पर्यटक पहुंच रहे हैं. यह जाम का एक बड़ा कारण है. यहां की सड़कें छोटी और काफी तंग है. इसके अलावा अनेक लोग रोड में ही अपनी गाड़ियों की पार्किंग कर देते हैं. इन सभी कारणों से वर्तमान में दार्जिलिंग में ट्रैफिक जाम की समस्या गंभीर होती जा रही है. अब दार्जिलिंग जिला पुलिस ने पहाड़ में ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए कमांड अपने हाथ में ले लिया है.
दार्जिलिंग के पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश ने दार्जिलिंग में होने वाली ट्रैफिक जाम की समस्या के निदान के लिए स्थानीय जनता और पर्यटकों का सहयोग मांगा है. दार्जिलिंग पुलिस की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर 9147 889073 जारी किया गया है. अगर किसी वाहन द्वारा जहां तहां अवैध पार्किंग की जाती है तो लोगों से अपील की गई है कि वह उक्त स्थान तथा वाहन का फोटो खींचकर पुलिस के द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर तथा व्हाट्सएप नंबर पर भेजें. इसके बाद उक्त वाहन चालक और मालिक के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. दार्जिलिंग में इन दिनों मौसम खुशगवार बना हुआ है. वहां दिन का तापमान 25-26 डिग्री सेल्सियस रहता है. यह तापमान पर्यटकों को काफी रास आ रहा है.
दार्जिलिंग के एसपी प्रवीण प्रकाश अचानक शहर में उत्पन्न ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए कुछ सख्त और कुछ नरम रवैया अपना रहे हैं. अगर बात समझाने से पूरा हो जाए तो सख्त रवैया अपनाने की आवश्यकता ही नहीं होती. सिलीगुड़ी में भी कुछ इसी तरह की नीति और नियमों पर चलने की जरूरत है. यहां शाम और सुबह तथा रात्रि 9:00 बजे तक सड़कों पर महा जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. खासकर हाशमी चौक, सेवक मोड, एयर व्यू मोड, वर्धमान रोड, जलपाई मोड, सेवक रोड, हिल कार्ट रोड ,दार्जिलिंग मोड इत्यादि विभिन्न इलाकों में जाम एक बड़ी समस्या बनती जा रही है.
सिलीगुड़ी में ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए एक तरफ नौकाघाट के पास तीन बत्ती इलाके में मिनी बस स्टैंड का निर्माण किया जा रहा है तो दूसरी तरफ परिवहन नगर में ट्रक टर्मिनस को हटाकर घोषपुकुर ले जाया जा रहा है. यहां एसजेडीए की ओर से एक बस स्टैंड का निर्माण किया जाएगा. इसके अलावा सिलीगुड़ी में कोलकाता की तर्ज पर नए ट्रैफिक सिस्टम तैयार किए जाने की बात चल रही है. इसमें विभिन्न स्थानों पर छोटे-छोटे बस स्टॉपेज तैयार करना, खाली पड़ी जमीनों का उपयोग करना, वाहनों के लिए कई तरह के ऐप का प्रयोग करना इत्यादि शामिल है. यह सब कोलकाता में शुरू हो गया है. अब सिलीगुड़ी में भी शुरू होगा.
पिछले दिनों एसजेडीए प्रमुख सौरव चक्रवर्ती तथा राज्य के परिवहन मंत्री स्नेह आशीष चक्रवर्ती की एक बैठक में कई बातें खुलकर सामने आई. दोनों की बैठक स्थानीय स्टेट गेस्ट हाउस में हो रही थी. पिछले दिनों सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने शहर में पार्किंग को लेकर भी एक बड़ा बयान दिया था. उस पर भी काम हो रहा है. लेकिन इन सबमें जरूरी यह है कि वाहन चालक यात्रियों को जहां तहां पिकअप न करें और ना ही ड्रॉप करें. उसके लिए निर्धारित बस स्टॉप होना चाहिए.
सिलीगुड़ी से लेकर पहाड़ तक पुलिस अधिकारियों की राय लगभग एक सी है. दार्जिलिंग में पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश वाहन चालकों से यही अपील कर रहे हैं तो दूसरी ओर सिलीगुड़ी में भी ट्रैफिक पुलिस और अधिकारी चाहते हैं कि यात्री वाहन चालक निर्धारित स्थान अथवा बस स्टॉप पर ही यात्री चढ़ाने और उतारने का काम करें.
आपको बताते चलें कि इस समय दार्जिलिंग में जोरबंग्लो से लेकर दार्जिलिंग शहर तक ट्रैफिक जाम की समस्या प्रमुख रूप से देखी जा रही है. समस्या के समाधान के लिए स्वयं पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश मोर्चा संभाल रहे रहे हैं. सिलीगुड़ी पुलिस और प्रशासन को भी इस दिशा में कुछ ठोस प्रयास करने की जरूरत है. दृढ़ इच्छाशक्ति तथा वाहन चालकों से ट्रैफिक नियमों का पालन करवा कर ही सिलीगुड़ी में ट्रैफिक की स्थिति में कुछ सुधार लाया जा सकता है.