संसद में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट प्रस्तुत किया. यह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का पांचवा आम बजट है. केंद्रीय बजट पर देशभर की निगाहें जमी हुई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज सुबह 11:00 बजे बजट प्रस्तुत किया. उससे पहले केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में आम बजट के प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई.
आम बजट देश के मिजाज के अनुकूल रहा या ना रहा, लोगों की आकांक्षाएं आम बजट से पूरी होंगी या नहीं होंगी,इसका आकलन तो बाद में होगा फिलहाल आम बजट की कुछ प्रमुख बातें उभर कर सामने आई हैं उन पर एक नजर डाल लेते हैं.
सिलीगुड़ी और देशभर में बच्चों में खून की कमी की घटनाएं कोई नई नहीं है. कुपोषण से लाखों बच्चे ग्रस्त हैं .आज के बजट से उनके जीवन में बाहर लौटने की उम्मीद बढ़ गई है. बजट में 2047 तक देशभर में बच्चों में खून की कमी दूर करने का लक्ष्य रखा गया है. अर्थात 2047 तक बच्चे एनीमिया जैसी बीमारी से दूर होंगे. तो क्या यह समझा जाए कि सरकार मिड डे मील योजना के तहत बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मील में बदलाव करने जा रही है? क्या बच्चों के लिए विशेष आहार योजना शुरू की जाएगी? इस तरह के कुछ कयास लगाए जा रहे हैं. बजट में कहा गया है कि जल निकासी अथवा अन्य समस्याओं के निवारण के लिए श्रमिक मेन हॉल में नहीं उतरेंगे. उसके लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा सकता है.
सरकार युवाओं तथा बच्चों के लिए डिजिटल लाइब्रेरी के बढ़ावे पर जोर दे रही है. इससे बच्चों के पठन-पाठन में रूचि और उत्साह बढ़ेगा. साथ ही उनका सामान्य ज्ञान भी विकसित होगा. इस बार के बजट में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए बजट की राशि बढ़ा दी गई है. इसका संकेत है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के गरीबों के लिए जो सपना देखा है कि हर एक गरीब को पक्का मकान मिलेगा. उस दिशा में सरकार कदम बढ़ा रही है.अधिक से अधिक प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान बन सके, इसके लिए बजट में रकम बढ़ाई गई है.
इस बार के आम बजट में शिल्पकार तथा कुटीर उद्योग में लगे लोगों के लिए भी कई योजनाएं लाई गई हैं. मछली पालन के क्षेत्र में 6000 करोड़ की योजना रखी गई है. इसके अलावा सरकार श्रमिकों और किसानों के लिए डिजिटल ट्रेनिंग पर जोर दे रही है. आम बजट में देशभर में 157 मेडिकल कॉलेज में 140 नर्सिंग कॉलेज खोले जाने की योजना बनाई गई है. इस बजट की एक बड़ी विशेषता यह है कि सरकार ने गरीब खाद्यान्न अनाज योजना की अवधि को 1 साल के लिए और बढ़ा दिया है. इसका अर्थ यह है कि आगामी लोकसभा चुनाव तक गरीबों को मुफ्त में राशन मिलता रहेगा.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पेश किए गए बजट से जो कुछ मुख्य बातें सामने आ रही हैं उनमें आदिवासियों के लिए स्कूल खोलने, प्रादेशिक भाषा में पठन-पाठन, बच्चों को पुस्तकें प्रदान करना, पर्यटन के क्षेत्र में विकास मोड, देशभर में मोटे अनाज को बढ़ावा देना के अलावा निजी निवेश को बढ़ाने के लिए सभी तरह के कदम उठाने की बात कही गई है. सरकार ने बजट में बुजुर्गों का भी काफी ध्यान रखा है.
आम बजट में नागरिक उड्डयन और सड़क परिवहन के विकास पर भी फोकस किया गया है. देशभर में 50 नए हवाई अड्डे के निर्माण की बात कही गई है. अब प्रश्न उठता है कि क्या कूचबिहार, हासीमारा हवाई अड्डा के दिन फिरने वाले हैं? क्योंकि इन हवाई अड्डों को चालू करने की बात काफी समय से की जा रही है.आज के बजट की मुख्य बातों तथा संकेतों से ऐसा लगता है कि कूचबिहार और हासीमारा हवाई अड्डा के साथ-साथ मालदा एयरपोर्ट को शीघ्र ही विमान के आवागमन के लिए उपयुक्त बनाया जा सकता है खोला जा सकता है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार का पक्ष रखते हुए देश के विकास में आम लोगों भागीदारी बढ़ाने की बात की है. न्यायपालिका के कुछ मुद्दों को हल्का करने तथा निर्दोष लोगों को कानून की पेचीदगियो से बचाने के लिए बजट में कुछ संकेत सामने आ रहे हैं. ऐसा देखा जाता है कि बिना अपराध के ही कई निर्दोष व्यक्ति जेल चले जाते हैं और पैसे के अभाव में उनकी जमानत नहीं हो पाती है. सरकार ऐसे निर्दोष और गरीब व्यक्तियों को जेल से रिहा कराने तथा उनकी जमानत में मदद करेगी.आम बजट में और क्या नई नई बातें सामने आ रही हैं, यह जानने के लिए खबर समय पर बने रहिए!