सिलीगुड़ी में सेवक रोड, आईटीआई मोड के पास आकाशवाणी यानी ऑल इंडिया रेडियो स्टेशन है. यह काफी पुराना भवन है, जिसे नए अंदाज में लुक देने की जरूरत काफी समय से महसूस की जा रही है. ऐसा लगता है कि वह समय आ चुका है,जब सिलीगुड़ी का ऑल इंडिया रेडियो स्टेशन बोलता प्रतीत होगा और उसके कंटेंट में भी विविधता और नवीनता देखने को मिल सकती है.
जी हां, बहुत जल्द आकाशवाणी अर्थात ऑल इंडिया रेडियो तथा दूरदर्शन यानी डीडी के स्वरूप और हुलिए में परिवर्तन होने जा रहा है. दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो को उन्नत तथा आधुनिक करने की तैयारी सरकार की है. केंद्र सरकार ने उनके बुनियादी ढांचे को बदलने तथा अगले 20 साल के लिए तकनीकी रूप से उन्नत ढांचा तैयार करने के लिए ढाई हजार करोड़ रुपए से अधिक की महत्वकांक्षी योजना मंजूर कर ली है.
सूत्रों ने बताया कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने प्रसार भारती यानी ऑल इंडिया रेडियो तथा DD के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 2539. 61 करोड रुपए की लागत वाली केंद्रीय योजना डी ब्रॉडकास्टिंग इन्फ्राट्रक्चर एंड नेटवर्क डेवलपमेंट के संबंध में सूचना और प्रसारण मंत्रालय के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है.यह योजना प्रसार भारती को संगठन के बुनियादी ढांचे कंटेंट के सृजन और सिविल वर्कर में प्रसारण के विस्तार तथा उन्हें उनसे संबंधित उन्नयन से संबंधित खर्च हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए है.
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन को भी मंजूरी दे दी है. सरकार का यह मिशन 2047 तक ऊर्जा के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाना है. इस पर लगभग 19744 करोड रुपए खर्च होंगे. सरकार के इस मिशन से 2030 तक कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में हर साल लगभग 5 करोड टन की कमी आने की संभावना व्यक्त की गई है.