ई वाणिज्य कंपनी अमेजॉन का एक विस्तृत नेटवर्क हमारे देश में है. कंपनी के साथ लाखों कर्मचारी जुड़े हुए हैं. परंतु जो खबर आ रही है, वह अमेजॉन के कर्मचारियों के लिए अच्छी नहीं कही जा सकती. क्योंकि कंपनी बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी की तैयारी कर रही है.
केवल अमेजॉन ही नहीं बल्कि कारोबारी सॉफ्टवेयर विनिर्माता सेल्स फोर्स ने भी बड़े पैमाने पर अपने कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा कर दी है. खबरों के अनुसार अमेज़न लगभग 18000 लोगों को निकाल रही है, जबकि सेल्स फोर्स 8000 कर्मचारियों को काम से हटा रही है.
इससे यह अंदाजा मत लगाइए कि अमेज़न कंपनी अथवा सेल्स फोर्स घाटे में जा रही है. दरअसल अमेजॉन ने लॉकडाउन के समय अधिक संख्या में कर्मचारियों की भर्ती की थी. उसी तरह से सेल्स फोर्स कंपनी ने भी महामारी के समय बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को नौकरी दी थी. सेल्स फोर्स कंपनी के अनुसार महामारी के समय जनवरी 2020 में कंपनी ने लगभग 49000 लोगों की भर्ती की थी.
सिलीगुड़ी में अमेजॉन कंपनी के कई कर्मचारी हैं. ज्यादातर कर्मचारी पीएक्सटी संगठन से जुड़े हुए हैं. उनकी नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है. क्योंकि अमेज़न द्वारा पीएक्सटी संगठन से जुड़े कर्मचारियों की ही छंटनी की जा रही है. अमेजन कंपनी कर्मचारियों की संख्या में कटौती करना चाहती है.
अमेजॉन के सीईओ एंडी जैसी ने अपने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा है कि अमेजन ने अनिश्चित और कठिन अर्थव्यवस्थाओं का पहले भी सामना किया है और आगे भी करती रहेगी. इन बदलावों से हमें मजबूत लागत ढांचे के साथ दीर्घकालिक अवसरों का पीछा करने में मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा है कि उन कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है जो अमेजन प्रेस, अमेजन गो और मानव संसाधन तथा अन्य कार्यों को संभालने वाले पीएक्सटी संगठन से जुड़े हैं. दोनों ही कंपनियों के अब तक के इतिहास में यह सबसे बड़ी छंटनी मानी जा रही है. हालांकि राहत की बात यह है कि जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है, उन्हें लगभग 5 महीने का वेतन, स्वास्थ्य बीमा तथा अन्य लाभ दिए जा रहे हैं.