सी वोटर और इंडिया टुडे के ताजा सर्वे ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टेंशन बढ़ा दी है. 6 महीने पहले इन्हीं एजेंसियों ने लोकसभा चुनाव को लेकर एक सर्वे किया था और उसमें पश्चिम बंगाल में भाजपा की सीटें घटने का अनुमान लगाया था. अगस्त 2022 में सी वोटर और इंडिया टुडे के सर्वे में पश्चिम बंगाल में 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की सीटें 18 से घटकर 7 होने का अनुमान लगाया गया था. तब तृणमूल कांग्रेस के नेता अपनी सरकार की पकड़ पर खुशी से फूले नहीं समा रहे थे.
लेकिन सिर्फ 6 महीने में ही तस्वीर बदल चुकी है. और यह तृणमूल के लिए चिंता का विषय है.2019 में हुए लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को 22 सीटें मिली थी, जबकि भाजपा को 18 सीटें हासिल हुई थी. यहां लोकसभा की कुल 42 सीटें हैं. 2021 में विधानसभा के चुनाव हुए. भाजपा ने राज्य में पार्टी की सरकार बनाने के लिए सारा जोर लगा दिया. लेकिन इसके बावजूद राज्य की कुल 284 सीटों में से भाजपा को केवल 77 सीटें ही हासिल हुई. जबकि तृणमूल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में 211 सीटों पर कब्जा जमाया था. हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी स्वयं की सीट राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी से हार गई थी.
सी वोटर और इंडिया टुडे ने जनवरी 2023 में देश का मिजाज जानने की चेष्टा की है. इस सर्वे में देशभर में 1.39 लाख से ज्यादा लोगों की राय ली गई है. सर्वे के जो नतीजे सामने आए हैं उसके अनुसार लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा पश्चिम बंगाल में अपनी मौजूदा सीटों की संख्या में वृद्धि कर सकती है. सर्वे के अनुसार भाजपा को पश्चिम बंगाल में 20 सीटें मिल सकती हैं. इस सर्वे के अनुसार भाजपा को पश्चिम बंगाल से सटे बिहार में तगड़ा झटका मिलता दिख रहा है. इसके अलावा दो अन्य प्रदेशों में भी भाजपा की सीटों की संख्या में कमी का अनुमान लगाया गया है.
सी वोटर और इंडिया टुडे के सर्वे के अनुसार 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा नीत एनडीए एक बार फिर से सरकार बनाती दिख रही है. एनडीए को 298 सीटें जबकि कांग्रेस नीत गठबंधन को 153 सीटें मिलती दिख रही है.वहीं अन्य दलों को 92 सीटें मिलने के मिलने का अनुमान लगाया गया है.
राज्य में पंचायत चुनाव से ठीक पूर्व इस सर्वे ने एक तरफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टेंशन बढ़ा दी है तो दूसरी ओर राज्य भाजपा के नेताओं का हौसला बढ़ाया है. सिलीगुड़ी और प्रदेश के भाजपा नेता और कार्यकर्ता काफी खुश दिख रहे हैं. हालांकि इन एजेंसियों के सर्वे ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की लोकप्रियता के बढ़ने का अनुमान लगाया है. लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पक्ष में 20% सहमति विभिन्न दलों के नेता जता रहे हैं. ठीक 1 साल पहले जनवरी 2022 में हुए सर्वे में ममता बनर्जी के पक्ष में 17% लोगों ने राय जाहिर की थी. तृणमूल कांग्रेस को अपने नेता के बढ़ते कद को लेकर खुशी जरूर होगी.
इस सर्वे के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विपक्ष के दूसरे नेताओं पर जरूर भारी पड़ रही हैं. परंतु प्रधानमंत्री की कुर्सी अभी उनसे काफी दूर है. लोकसभा चुनाव में लगभग 1 साल बाकी रह गया है. भाजपा समेत दूसरे छोटे बड़े दल लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भाजपा के खिलाफ सभी दलों को एकजुट होने का पहले ही आह्वान कर चुकी हैं.
हालांकि यह एक सर्वे है. परिणाम नहीं है. समय-समय पर एजेंसियों के द्वारा सर्वे कराए जाते रहे हैं और उसके हिसाब से स्थिति भी बदलती रहती है. क्या पता अगले सर्वे में पश्चिम बंगाल के लिए कोई और तस्वीर सामने आए. बहर हाल इंडिया टुडे और सी वोटर के ताजा सर्वे ने राज्य में पंचायत चुनाव से ठीक पूर्व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुश्किलें जरूर बढ़ा दी हैं!