सिलीगुड़ी में आगजनी की बढ़ती घटनाओं से निपटने के लिए जल्द ही यहां रोबोट और ड्रोन आ रहे हैं. कोलकाता से आने वाले यांत्रिक रोबोट का नाम फायर फाइटर रोबोट है, जो कहीं भी सड़क, गली और उन सभी स्थानों पर जाकर आग बुझा सकता है, जहां फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं जा पाती हैं. अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस की घोषणा के बाद सिलीगुड़ी के लोग राहत की सांस ले रहे हैं और जल्द से जल्द रोबोट का स्वागत करने के लिए बेकरार हो रहे हैं, जो कोलकाता से सिलीगुड़ी लाया जा रहा है.
सिलीगुड़ी में आए दिन आग लगी की घटनाएं देखी जाती हैं. इसमें जान-माल का भारी नुकसान होता है. कभी-कभी तो दमकल की गाड़ियां आने से पहले ही सब कुछ तबाह हो चुका होता है. कई बार ऐसी जगह आग लग जाती है, जहां दमकल कर्मियों को पहुंचने में काफी पापड़ बेलने पड़ते हैं. अब इन सभी समस्याओं से दमकल कर्मियों को छुटकारा मिलने जा रहा है. क्योंकि अब सब काम रोबोट करेगा. लेकिन रोबोट को चलाने के लिए दमकल कर्मियों को प्रशिक्षण लेना जरूरी होगा. फिलहाल सिलीगुड़ी के दमकल कर्मियों को एक ही रोबोट से काम चलाना होगा.
राज्य के मंत्री सुजीत बोस के बयानों से यह भी पता चलता है कि सरकार शहर और राज्य को आगजनी से बचाने के लिए भविष्य की योजनाएं बना रही है. हो सकता है कि आने वाले समय में सिलीगुड़ी में लगी आग को अत्याधुनिक ड्रोन की मदद से बुझाया जा सके. क्योंकि इस दिशा में भी योजना बनाई जा रही है. काफी समय से सिलीगुड़ी में दमकल केंद्रों की संख्या बढ़ाने की मांग की जा रही है. दरअसल जिस तरह से यहां आगजनी की घटनाएं बढ़ रही हैं, ऐसे में दमकल केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई जानी चाहिए. ताकि आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल कर्मी घटनास्थल पर पहुंच सकें और समय रहते आग पर नियंत्रण पाया जा सके.
सूत्रों ने बताया कि फिलहाल सिलीगुड़ी और पूरे राज्य में लगभग 150 दमकल केंद्र हैं, जिसे 200 तक ले जाने की योजना बनाई गई है. सिलीगुड़ी तथा उत्तर बंगाल के 8 जिलों में कुल मिलाकर 39 दमकल केंद्र हैं. मंत्री सुजीत बोस ने संकेत दिया है कि सिलीगुड़ी और उसके आसपास के जिलों में 18 दमकल केंद्र और खोले जा सकते हैं.
सिलीगुड़ी में गर्मी शुरू हो गई है. गर्मी के दिनों में यहां आगजनी की अधिकतर घटनाएं होती हैं. कभी शॉर्ट सर्किट के कारण तो कभी किसी और वजह से यहां आग लग जाती है. अगर सिलीगुड़ी के दमकल विभाग को कुछ और यांत्रिक और अत्याधुनिक शक्तियां मिल जाती है, तो उनका काम तो आसान होगा ही. साथ ही सिलीगुड़ी के लोगों के जानमाल की समय रहते सुरक्षा भी हो सकेगी.