मौसम विभाग के अनुसार आज से सिलीगुड़ी समेत पूरे बंगाल में गर्मी और तापमान के बढ़ने का क्रम शुरू हो गया है. बढ़ती गर्मी का आपकी सेहत पर कितना असर होता है, यह तो बाद में देखने को मिलेगा. परंतु आवागमन की सेहत जरूर खराब होने वाली है. इसका ट्रेलर भी सबके सामने आ चुका है.
गर्मियों में लोग किसी विशेष प्रयोजन से एक जगह से दूसरी जगह की यात्रा करते हैं. खासकर सिलीगुड़ी और कोलकाता के बीच आवागमन बढ़ जाता है. कोई मेडिकल के लिए, तो कोई व्यापार के लिए तो अनेक लोग विभिन्न कारणों से रोजाना ही सिलीगुड़ी से कोलकाता आते जाते रहते हैं. उनके लिए समस्या उत्पन्न हो रही है.
सिलीगुड़ी से कोलकाता आने जाने के लिए रोजाना कई रेलगाड़ियां है. दार्जिलिंग मेल से लेकर तीस्ता तोरषा समेत कम से कम 5 रेलगाड़ियां रोजाना सिलीगुड़ी और कोलकाता के बीच चल रही है. लेकिन इन रेलगाड़ियों में टिकट नहीं. अब तो वेटिंग भी उपलब्ध नहीं है. बस और विमान का किराया भी मनमाने तरीके से बढ़ाया जा रहा है. ऐसे में लोग काफी परेशान हैं. आखिर यात्रा करें तो कैसे?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन में टिकट नहीं मिलने से अनेक यात्री विमान से कोलकाता की यात्रा कर रहे हैं, पर अब विमान का किराया भी बढ़ा दिया गया है. बागडोगरा से कोलकाता के लिए पहले जहां हवाई किराया ₹4000 से ₹6000 के बीच था. अब हवाई यात्रियों ने बताया कि किराया में 3 गुना से भी ज्यादा इजाफा किया गया है. किसी किसी एयरवेज में तो चार गुना किराया वसूला जा रहा है. यात्री मजबूर हैं. क्योंकि उन्हें कोलकाता जाना है.
सिलीगुड़ी से कोलकाता के लिए सरकारी और निजी कई बसें चलती हैं. इनमें लग्जरी बसें भी शामिल है. वोलेरो बस तो पहले से ही महंगी है.अब और महंगी कर दी गई हैं. सिलीगुड़ी निवासी देवेंद्र नामक कोलकाता जाने वाले एक बस यात्री ने बताया कि वह हमेशा बस से ही कोलकाता जाता है. सामान्य दिनों में जो बस का किराया होता था, उसका लगभग 3 गुना किराया देकर कोलकाता जा रहा है. यह देखने वाला कोई नहीं है.
सूत्र बता रहे हैं कि बस और विमान का किराया बढ़ाए जाने के बावजूद भी यात्रियों की भीड़ उमड़ रही है. इस समय स्थिति यह है कि अगर कोई साधारण व्यक्ति सिलीगुड़ी से कोलकाता जाना चाहता है तो उसे आने जाने के किराए को लेकर हजार बार सोचना पड़ सकता है.
जानकार मानते हैं कि जैसे-जैसे गर्मी बढेगी, वैसे वैसे लोगों का आवागमन भी बढ़ता जाएगा. सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग के साथ-साथ उत्तर बंगाल के Dooars और वन क्षेत्रों में घूमने के लिए अधिक संख्या में पर्यटक आएंगे. ऐसे में बस और विमान का किराया और भी बढ़ सकता है. एक तो लोग पहले से ही महंगाई से परेशान हैं.ऐसे में बस और विमान यात्रा भी महंगी हुई तो इसका असर उनकी जेब पर पड़ेगा.
लोगों का यह भी मानना है कि ट्रांसपोर्ट यात्रा महंगी होने से इसका असर पर्यटन पर भी पड़ सकता है. सब लोग घूमने नहीं जाएंगे. वही लोग घूमने का आनंद लेंगे, जिनकी जेब में काफी पैसा होगा. उनका मानना है कि अगर रेलवे ग्रीष्मकालीन ट्रेनों की संख्या में और इजाफा करता है तो हो सकता है कि बस और एयरवेज का किराया नियंत्रण में होगा. अन्यथा मौका देख कर इनका किराया लगातार बढ़ता जाएगा.