यह सभी जानते हैं कि जब जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के दौरे पर आती हैं तो सिलीगुड़ी आना नहीं भूलती. चाहे कुछ समय के लिए क्यों ना हो, सिलीगुड़ी आना और उत्तर कन्या में कुछ वक्त बिताना उनके लिए जरूरी हो जाता है. यहीं से उनके विशेष कार्यक्रम की शुरुआत होती है. कई बार मुख्यमंत्री उत्तर बंगाल दौरे पर सिलीगुड़ी के उत्तर कन्या में रात्रि विश्राम कर चुकी हैं.
सिलीगुड़ी से ममता बनर्जी के विशेष लगाव को तृणमूल कांग्रेस के नेता भी कबूल करते हैं. ममता बनर्जी ने कुछ समय पहले सिलीगुड़ी की ट्रैफिक समस्या को लेकर बड़ी बात कही थी तथा इसके स्थाई समाधान के लिए पुलिस प्रशासन को निर्देश भी दिया था. यह सभी जानते हैं कि जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी माल दौरे पर आई थी तब भी वह सिलीगुड़ी में रुकी थी.
तृणमूल कांग्रेस की राजनीति को निकट से समझने वाले लोग यह भी कहते हैं कि जिस तरह से दीदी को सिलीगुड़ी से खास लगाव है, ठीक उसी तरह से अभिषेक बनर्जी को कूचबिहार के प्रति खास आकर्षण है. पिछले कुछ महीनों में अभिषेक बनर्जी कूचबिहार अथवा आसपास का कई बार दौरा कर चुके हैं. उनके बारे में लोग यह भी कहते हैं कि वे सिलीगुड़ी कम आते हैं. लेकिन कूचबिहार जिले में रात बिताना उन्हें ज्यादा पसंद है.
एक बार फिर से अभिषेक बनर्जी तीन दिवसीय यात्रा पर कूचबिहार आ रहे हैं. सोमवार से उनकी यात्रा शुरू हो रही है. इस बार अभिषेक बनर्जी दिनहाटा के एक गांव में तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता के घर रात बिताएंगे. तृणमूल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभिषेक बनर्जी सोमवार को दोपहर कूचबिहार रास मेला मैदान में हेलीकॉप्टर से उतरेंगे. उसके बाद वह मदन मोहन मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करेंगे. यहां उनके कई कार्यक्रम है.उसके बाद वह बांग्लादेश के सीमावर्ती एक गांव में जाकर तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता के घर रात बिताएंगे.उसके अगले दिन अभिषेक बैनर्जी साहिबगंज फुटबॉल मैदान में एक जनसभा को संबोधित करेंगे.
अभिषेक बनर्जी बीएसएफ की फायरिंग में मारे गए गीतालदह निवासी प्रेमकुमार बर्मन के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे. वहां से दोपहर बाद अभिषेक बनर्जी गोसानीमारी हाई स्कूल में एक जनसभा करेंगे और सीतलकुची की ओर प्रस्थान करेंगे.
अभिषेक बनर्जी का कूचबिहार और आसपास के जिलों में प्रभाव भी है. यही कारण है कि उनका यहां का दौरा बार-बार होता रहा है. कुछ दिन पहले कूचबिहार के एक गांव में बिजली संकट की समस्या के समाधान के लिए अभिषेक बनर्जी ने कोलकाता से ही फरमान जारी किया था और गांव वालों को अंधेरे से निजात दिलाई थी. यही कारण है कि कूचबिहार तथा अलीपुरद्वार जिले में उन्हें विशेष रूप से सुना जाता रहा है.