अगर आप कोलकाता में रहते हैं तो एक अनोखी घटना से आपका सामना 5 जून को होने जा रहा है. 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस है. सिलीगुड़ी और पूरे बंगाल में विश्व पर्यावरण दिवस धूमधाम से मनाये जाने की तैयारी चल रही है. कोलकाता में भी इसकी तैयारी है. लेकिन उस रोज कोलकाता में एक ऐसी अनोखी घटना होने जा रही है, जो अनोखी तो है, परंतु पूरी तरह प्राकृतिक.
दरअसल 5 जून को कोलकाता में किसी भी व्यक्ति की परछाई कुछ क्षण के लिए गायब हो जाएगी. उसी तरह से जिस तरह से 1 महीने पहले बेंगलुरु में कुछ ऐसा ही देखा गया था. 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस है.उसी दिन कोलकाता में यह चमत्कारिक घटना घटने जा रही है. हालांकि हर समय ऐसा नहीं होगा.
आपको बता दें कि इसमें कोई चमत्कार नहीं है क्योंकि यह स्थिति पृथ्वी के घूमने की धुरी के झुकाव के कारण बनती है.ऐसा देखा जाता है कि जब सूरज व्यक्ति के माथे के ऊपर होता है तो व्यक्ति की परछाई सिमट कर उसके पैरों पर चली जाती है. दूसरे शब्दों में कहें तो व्यक्ति की परछाई ही नहीं बनती लेकिन ऐसा सब जगह नहीं होता.
विशेषज्ञ बताते हैं कि कर्क रेखा तथा मकर रेखा के बीच के स्थान पर ही साल में दो बार व्यक्ति की परछाई नहीं बनती. जबकि आमतौर पर पृथ्वी व सूर्य के परिक्रमा तल के लंबवत होने की बजाए इससे 23.5 डिग्री तक झुकी होने के कारण हर समय परछाई नहीं बनती. हर दिन दोपहर में सूरज हमारे माथे पर भी नहीं होता. लेकिन कर्क रेखा तथा मकर रेखा के बीच के स्थान पर परछाई नहीं बनती.
कोलकाता के लोग 5 जून को इस खगोलीय रोमांच का लुफ्त उठा सकते हैं. 7 जुलाई को भी कोलकाता में यह स्थिति बनने वाली है!