उत्तर बंगाल और सिक्किम को लेकर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच होती प्रतीत हो रही है.सिक्किम में बृहस्पतिवार की रात कुछ ऐसा ही मंजर स्थानीय लोगों ने देखा तो उनका दिल दहल गया. बारिश ने पल भर में ही सब कुछ अस्त-व्यस्त कर दिया. रात गुजरी तो अगली सुबह चारों तरफ तबाही का मंजर खड़ा था!
सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में भी रात में हो रही बारिश किसी तूफान से कम नहीं प्रतीत हो रही है. पिछली रात हुई बारिश ने सिलीगुड़ी और आसपास के क्षेत्रों में धीरे-धीरे जलजमाव को शुरू कर दिया है. इस बारिश के लगातार भीषण स्वरूप लेने की भविष्यवाणी की जा रही है.
उत्तरी सिक्किम के लोग बृहस्पतिवार की रात की तूफानी और मूसलाधार बारिश को नहीं भूल सकेंगे. लगातार बारिश के कारण आसपास की नदियों में बाढ़ आ गई और कई नदियों का जल स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया. उत्तरी सिक्किम के पैगोंग में राष्ट्रीय राजमार्ग 10 जलमग्न हो गया. इसके साथ ही राजमार्ग के बुनियादी ढांचे भी भूस्खलन में क्षतिग्रस्त हो गए. राष्ट्रीय राजमार्ग को देखकर आप अनुमान लगा सकते हैं कि उस पर चलना कितना खतरनाक है!
सिक्किम में कुछ समय पहले तक लोग गर्मी से जूझ रहे थे. अचानक मौसम ने ऐसा पलटा खाया कि अब वहां बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. सिक्किम में पर्यटन के लिए आए पर्यटकों को भी कई इलाकों में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि कुछ पर्यटकों ने इस मौसम का लुफ्त उठाना शुरू कर दिया है. बृहस्पतिवार की रात हुई मूसलाधार बारिश ने सिक्किम के कई भागों में आवागमन को बुरी तरह क्षतिग्रस्त किया है. हालांकि सीमा सड़क संगठन मलबे को साफ करने में जुट चुका है. किंतु आवागमन पर इसका भारी असर देखा जा रहा है.
इस बीच सिक्किम में तीस्ता नदी और दूसरी छोटी सहायक नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ने लगा है. रंगपो में तो तीस्ता नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. मौसम विभाग की ओर से चेतावनी जारी की गई है. स्थानीय प्रशासन ने रंगपो और तीस्ता नदी के तट पर रहने वाले सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने का आदेश जारी किया है. मिली जानकारी के अनुसार उत्तरी सिक्किम में कई इलाके अब तक राज्य के बाकी हिस्सों से कटे हुए हैं. इनमें लाचेन, लाचुंग इत्यादि शामिल हैं.
सिक्किम से हमारे संवाददाता के अनुसार सीमा सड़क संगठन, पुलिस तथा अन्य जिम्मेदार प्रशासनिक संगठनों के द्वारा राज्य में आवागमन सुचारू रूप से शुरू करने के लिए लगातार मलबा हटाने के साथ ही यातायात को स्वाभाविक करने की कोशिश की जा रही है. अब तक सिक्किम के कई भागों में यातायात के लिए सड़क पर से मलबे को हटा दिया गया है तो कई इलाकों में अब भी यातायात व्यवस्था बहाल करने के लिए कोशिश की जा रही है. फिदोंग से सैंगटोक रोड क्लियर हो चुका है. इसके अलावा फिदोंग से गोर रोड भी यातायात के लिए क्लियर कर लिया गया है. लेकिन फिदोंग से लेकर लम तक अभी भी ब्लॉक है.
संगकाल॔ग से गायथांग फिदोंग रोड भी यातायात के लिए खोल दिया गया है. इसके अलावा शिपेयर से जोंगू रोड भी क्लियर हो गया है जबकि मैंगन से दिक्चू रोड नामखोला तथा 4 माइल में अभी भी बंद है. वहां से मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है. डिकचू से गंगटोक वाया रंगट॔ग टिनटेक रूट को हल्के वाहनों के लिए क्लियर कर लिया गया है. इसी तरह से मैंगन से गंगटोक वाया फिदोंग रोड को भी सीमा सड़क संगठन और पुलिस ने मिलकर क्लियर कर लिया है. हालांकि मैंगन से चुंगथांग रोड अभी भी बंद है जबकि चूंगथांग से लाचुंग रोड को प्रशासन ने क्लियर करा लिया है. वही लाचुंग से यामथांग रोड भी क्लियर हो चुका है.