वर्तमान में सिलीगुड़ी, पहाड़ और आसपास के क्षेत्रों में बारिश तो हो रही है परंतु कुछ समय के लिए. और फिर से गर्मी या धूप का सामना लोगों को करना पड़ता है. यूं तो यह मौसम अच्छा है क्योंकि ना तो ज्यादा बरसात और ना ही ज्यादा धूप या गर्मी देखी जा रही है. परंतु हर समय ऐसा ही रहेगा. यह लगभग नामुमकिन हो गया है. जिस तरह से मौसम विभाग बता रहा है, उसके अनुसार अगले कुछ दिनों में बारिश का कहर टूटने वाला है.
मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार सिलीगुड़ी समेत पश्चिम बंगाल और सिक्किम राज्य में 11 अगस्त से 13 अगस्त के बीच बहुत तेज बारिश या भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. उत्तर बांग्लादेश पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. इसके चलते मौसम में यह बदलाव देखा जा रहा है. मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार अगले कुछ दिनों तक उत्तराखंड, यूपी, बिहार ,पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों में हल्की, मध्यम और भारी बारिश हो सकती है. कम से कम अगले पांच दिनों तक इन राज्यों में लोगों को सावधान रहने की चेतावनी जारी की गई है.
हालांकि कुछ राज्यों में अगले चार-पांच दिनों में हल्की से भारी बारिश हो सकती है. परंतु कुल मिलाकर अगले 7 दिनों तक बारिश की स्थिति बनी रह सकती है. उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है. बिहार में आज और कल बारिश हो सकती है. जबकि पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर ,मिजोरम ,अरुणाचल प्रदेश में अगले 5 दिन तक लोगों को बारिश का सामना करना पड़ सकता है.
मौसम विभाग के सूत्रों ने बताया कि 11 अगस्त से लेकर 13 अगस्त के बीच पश्चिम बंगाल के लगभग सभी जिलों में भारी से भारी बारिश हो सकती है. जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ ही भूस्खलन का भी खतरा बना रहेगा. वही सिक्किम राज्य में विभिन्न स्थानों पर इस दौरान बहुत तेज बारिश या भारी से भारी बारिश हो सकती है. इसके कारण कई क्षेत्रों में जल प्लावन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. नदियों में बाढ़ आ सकती है.
मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट को देखते हुए स्थानीय जिला प्रशासन को संभावित बाढ़ और बारिश से निपटने के कारगर प्रयास अभी से शुरू कर देना चाहिए. तभी एक बड़ी क्षति को न्यूनतम किया जा सकता है. उधर कर्सियांग क्षेत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्सियांग में आज हुई भारी बारिश में एक पुलिया ध्वस्त हो गई है.जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.