केंद्रीय सुरक्षा बलों की ड्यूटी समाप्त हो गई है. वे बंगाल से वापस चले गए हैं. राज्य में अलग-अलग हिस्सों में हिंसा और सामूहिक पिटाई के भी समाचार मिल रहे हैं. राज्यपाल सी वी आनंद बोस का कहना है कि ऐसी घटनाओं के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिम्मेवार हैं. उनका आरोप है कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. चाहे कूचबिहार की घटना हो अथवा कोलकाता, उत्तर दिनाजपुर या राज्य के किसी भी भाग की घटना हो, इससे राज्य की छवि को नुकसान पहुंचा है. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समय पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की है.
पश्चिम बंगाल में यूं तो पहले भी मॉब लिंचिंग की घटनाएं घटी हैं. लेकिन इस बार की घटनाएं कुछ अलग हैं. यह घटनाएं हर किसी का ध्यान आकर्षित करती हैं. पिछले 11 दिनों में पिटाई से 6 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे गंभीरता से लिया है और दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को होमगार्ड में नौकरी तथा आर्थिक मदद का भी ऐलान किया है. लेकिन ऐसे मरहम से ज्यादा राज्य में कानून एवं व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाने की जरूरत है.
विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों के अध्ययन से पता चलता है कि ऐसी घटनाओं में एक पार्टी के लोग शामिल हैं. रविवार को घटी पूर्व वर्धमान जिले के केतु ग्राम के सीताहाटी पंचायत इलाके की घटना ऐसी है जिसे अत्यंत शर्मनाक कहा जा सकता है. इसमें कथित रूप से एक टीएमसी के नेता ने एक वृद्ध महिला को इसलिए जूतों से पिटाई कर दी क्योंकि उस महिला ने उसे गधा कह दिया था. इसके कारण महिला की मौत हो गई. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मृतका के आरोपी तृणमूल नेता विश्वजीत को गिरफ्तार कर लिया है. वह स्थानीय पंचायत का एक सदस्य है.
प्रकाशित खबरों के अनुसार कोलकाता के अरियादह में सोमवार को मामूली नोक झोक में नशे में धुत टीएमसी समर्थित बदमाशों ने एक महिला बुबुन पांजा तथा उनके पुत्र सायनदीप पांजा की बेरहमी से पिटाई कर दी. दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस घटना में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी टीएमसी के एक विधायक का करीबी बताया जा रहा है.
उत्तर दिनाजपुर में एक प्रेमी युगल को इसलिए सार्वजनिक तौर पर कोड़े मारे गए क्योंकि महिला किसी से प्यार करती थी. इस मामले में तृणमूल कांग्रेस का एक आरोपी नेता ताजी मूल इस्लाम उर्फ जेसीबी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सोशल मीडिया में वायरल वीडियो को देखने से पता चलता है कि आरोपियों की मार पिटाई में महिला जमीन पर गिर गई तब भी आरोपी उस पर कोड़े बरसाते रहे. उसके ऊपर पत्थर भी फेके गए.
सोमवार को हुगली जिले में भीड़ ने एक व्यक्ति की पीट पीट कर इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि वह कर्ज नहीं चुका पाने की स्थिति में था. पीड़ित व्यक्ति माल पहाड़पुर ग्राम पंचायत का निवासी था. उसका नाम विश्वजीत है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को हिरासत में लिया है. इससे पहले 28 जून, 29 जून और 30 जून को भी ऐसी ही घटना घटी थी. कोलकाता, साल्ट लेक और झाड़ग्राम की घटनाएं भी रोंगटे खड़े करने वाली हैं.
राज्य में बढ़ती ऐसी घटनाओं को देखते हुए ममता बनर्जी ने राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी और एडीजी के साथ एक बैठक की है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाने तथा अन्य जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि जो लोग कानून को हाथ में लेंगे,उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. इस बीच बंगाल के राज्यपाल बोस ने कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए इसके लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार माना है.
कूचबिहार में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की एक सदस्य महिला के साथ मारपीट हुई थी. आरोप है कि महिला को निर्वस्त्र किया गया था. इस घटना ने बंगाल की राजनीति में काफी तूल पकड़ लिया है. ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो, इसके लिए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फौरन कड़े कदम उठाने की जरूरत है. जानकार लोगों का कहना है कि केंद्रीय बल के चले जाने के बाद राज्य की पुलिस सत्तारूढ पार्टी के इशारे पर काम कर रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चाहिए कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस को उसकी शक्ति का प्रयोग करने के लिए खुली छूट दें. जिस तरह से मुख्यमंत्री ने राज्य में भू माफिया और अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ आर पार की लड़ाई शुरू कर दी है, ठीक उसी तरह से राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए कड़े कदम उठाएं.
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