September 24, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल घटना सिलीगुड़ी

न्यू मयनागुड़ी में फिर से ट्रेन हादसा! बार-बार होने वाली रेल दुर्घटनाएं षड्यंत्र या नाकामी?

एक बार फिर से मयनागुड़ी में ट्रेन हादसा हुआ है. पिछले महीने भी मालदा में एक मालगाड़ी बेपटरी हो गई थी. यह हादसा मालदा जिले के हरिशचंद्रपुर में कुमुदपुर रेलवे स्टेशन के पास हुआ था. उससे पहले रंगापानी व चटरहाट के बीच कंचनजंगा ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हुई थी. यह लगभग 3 महीने पहले की घटना है. इस दुर्घटना में 9 यात्रियों की मृत्यु हुई थी, जबकि 40 लोग घायल हुए थे.

यह ट्रेन कोलकाता जा रही थी. 3 महीने के बीच यह तीसरी ट्रेन दुर्घटना है. इस बार माल गाड़ी के पांच डिब्बे पटरी से उतर गए हैं. हालांकि इस दुर्घटना में किसी के घायल होने का कोई समाचार नहीं है. डिब्बों के पटरी से उतरने के कारण ऊपर लगे बिजली के तार और कुछ खंभे क्षतिग्रस्त हो गए.

मिली जानकारी के अनुसार मालवाहक ट्रेन बिल्कुल खाली थी. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के सूत्रों के अनुसार यह हादसा न्यू मयनागुड़ी रेलवे स्टेशन पर हुआ है. यह घटना सुबह 6:20 पर हुई. इस घटना के बाद कई ट्रेनों के मार्गों में बदलाव किया गया. कुछ ही देर में ट्रेन यातायात भी शुरू हो गया. केवल 3 महीने में उत्तर बंगाल में तीन-तीन ट्रेन हादसों को देखते हुए अब भारतीय रेलवे की ओर से रेल रक्षक दल बनाने का फैसला किया गया है.

यह रेल रक्षक दल घटना के फौरन बाद मौके पर पहुंचकर स्थिति का मुआयना करेगा और राहत एवं बचाव में सहयोग करेगा. उत्तर बंगाल हो अथवा देश का कोई भी भाग, इन दिनों रेलवे के खिलाफ एक नकारात्मक वातावरण तैयार किया जा चुका है. लोगों का मानना है कि बार-बार होने वाली रेल दुर्घटनाएं किसी न किसी षड्यंत्र अथवा साजिश का हिस्सा है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है कि पिछले दिनों कानपुर के आसपास रेल की पटरियों पर एक खाली सिलेंडर पडा मिला था.

दावा किया गया कि रेल दुर्घटना को अंजाम देने के लिए कुछ लोगों ने यह साजिश रची थी.हालांकि पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. अब तक 10 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है. बार-बार होने वाली ट्रेन दुर्घटनाओं को देखते हुए हालांकि रेलवे की ओर से पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं. पर इस समय यही चर्चा चल रही है कि ट्रेन हादसा एक साजिश या लापरवाही है?इस पर लोग बंटे हुए नजर आ रहे हैं. कुछ लोगों का मानना है कि रेलवे में लापरवाही का ही परिणाम है, ऐसी घटनाओं का बार-बार होना. इसकी ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है.

जबकि अनेक लोगों का यह भी कहना है कि यह सरकार के खिलाफ एक साजिश है. कुछ बुद्धिजीवों का मानना है कि यह सरकार को बदनाम करने की साजिश है. बता दें कि बार-बार होने वाली रेल दुर्घटनाओं को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रेल दुर्घटनाओं में सरकार की नाकामी बता चुकी है. आपकी इस बारे में क्या राय है, कमेंट करके जरूर बताइएगा.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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