अब तक तो आपने सिलीगुड़ी के प्लैनेट मॉल के खिलाफ सिलीगुड़ी नगर निगम की छोटी कार्रवाई देखी थी. परंतु ऐसा लग रहा है कि सिलीगुड़ी नगर निगम इस बार प्लैनेट मॉल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकती है. क्या है पूरा माजरा, जानिए इस रिपोर्ट में.
सिलीगुड़ी में नगर निगम का अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी है.बाजार, दुकान, मकान और सड़क के किनारे स्थित फुटकर दुकानदारों के झोपड़ों को तोड़ने के बाद नगर निगम का दूसरा अभियान शुरू हो रहा है. लेकिन यह अभियान छोटे अथवा मझौले दुकानदारों के लिए नहीं है, जो सरकारी जमीन पर कब्जा करके बैठे हैं.बल्कि बड़े-बड़े व्यवसाईयों और कॉर्पोरेट लोगों के अवैध निर्माण के खिलाफ है. सिलीगुड़ी नगर निगम के नोटिस में इस बार प्लेनेट माल का नाम सामने आया है.
सिलीगुड़ी नगर निगम द्वारा दूसरी बार यह नोटिस भेजा गया है. नगर निगम के अनुसार प्लैनेट मॉल में 16 जगह गैर कानूनी निर्माण किया गया है. सेवक रोड पर स्थित प्लेनेट मॉल सबसे बड़ा व्यावसायिक परिसर है, जहां अनेक व्यवसाईयों की बड़ी-बड़ी दुकानें और प्रतिष्ठान हैं. सिलीगुड़ी नगर निगम ने प्लैनेट मॉल के सभी दुकानदारों और निर्माण करने वाले संगठनों को दूसरी बार नोटिस भेजा है. क्योंकि पहली बार के नोटिस में उनकी तरफ से हियरिंग पर आवश्यक कागजात पेश नहीं किए गए थे.
आपको बता दें कि सिलीगुड़ी नगर निगम ने इससे पहले 20 सितंबर को प्लैनेट मॉल के दुकानदारों और प्रतिष्ठान को एक नोटिस भेजा था. जिसमें कहा गया था कि प्रतिष्ठान के मालिक 1 अक्टूबर 2024 को अपने सभी कागजातों तथा बिल्डिंग प्लान के साथ नगर निगम के संबंधित कार्यालय में उपस्थित हों. इसके बाद प्लैनेट मॉल के पक्ष से जुड़े लोग और व्यवसायी अपने सारे दस्तावेज लेकर 1 अक्टूबर को निगम कार्यालय में उपस्थित हुए थे.वहां उनके कागजातों की छानबीन की गई. जिसमें कुछ त्रुटियां और अनियमितता पाई गई थी.
प्लैनेट मॉल के निर्माणकार्य और दुकानदारों ने इन्हें ठीक करने के लिए निगम से कुछ समय मांगा था. सिलीगुड़ी नगर निगम ने उन्हें मौका दिया और इस बार हियरिंग की तारीख 22 अक्टूबर घोषित कर दी है. यानी आगामी काल प्लैनेट मॉल के बिल्डिंग प्लान और दूसरे संबंधित दस्तावेज लेकर निगम के दफ्तर में जाना होगा. अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से प्लैनेट मॉल के खिलाफ वेस्ट बेंगल म्युनिसिपल कॉरपोरेशन एक्ट 2006 के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि अभी तक सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से किसी बड़े और चर्चित प्रतिष्ठान के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है. हां, पिछले महीने सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से प्लैनेट मॉल पर छोटी कार्रवाई जरूर की गई थी और कुछ अवैध निर्माण को तोड़ा भी गया था. बाद में चेतावनी देकर निगम की टीम वापस लौट गई थी. कहा था कि इस बार अगर बिल्डिंग प्लान और निगम की आवश्यक मानक शर्तों के अनुसार प्रतिष्ठान को व्यवस्थित नहीं किया गया अर्थात अवैध निर्माण को तोड़ा नहीं गया, तो सिलीगुड़ी नगर निगम बड़ी कार्रवाई करेगी.
जहां तक सिलीगुड़ी प्लेनेट मॉल की बात है, यह सिलीगुड़ी का सबसे बड़ा व्यवसायिक प्रतिष्ठान माना जाता है. यहां अवैध निर्माण को लेकर पहले भी निगम के पास शिकायतें मिलती रही है. बाद में सिलीगुड़ी नगर निगम ने शिकायतों के मद्देनज़र विशेष टेक्निकल टीम को मौके पर भेजा था और प्लेनेट मॉल की जांच करवाई थी. प्लैनेट मॉल ने सिलीगुड़ी नगर निगम को जो रिपोर्ट दी, उसमें काफी जगह पर गैर कानूनी निर्माण की बात थी.
सिलीगुड़ी नगर निगम की तकनीकी टीम उस समय हैरान रह गई, जब जांच के क्रम में टीम ने पाया कि बिल्डिंग प्लान की पूरी तरह अनदेखी करके प्लैनेट मॉल में पांच लिफ्ट की जगह सात लिफ्ट बना ली गई है. इसकी सूचना निगम कार्यालय को नहीं थी. ना ही सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से इस तरह के निर्माण की वैधानिक अनुमति दी गई थी. तकनीकी टीम ने यह भी पाया कि बिल्डिंग प्लान के अनुसार ना तो एंट्री गेट है और ना ही एग्जिट वे. तकनीकी टीम ने यह भी पाया कि माल की सीढ़ी पर भी गैर कानूनी निर्माण किया गया है, जो सुरक्षा के दृष्टिकोण से मानक नियमों का ख्याल नहीं रखा गया है.
सिलीगुड़ी नगर निगम की तकनीकी टीम ने अपनी जांच के क्रम में यह भी पाया कि माल के अंदर काफी जगह गैर कानूनी शेड बनाए गए हैं. जिनके बारे में निगम को कोई जानकारी नहीं दी गई थी. इस तरह से छोटे बड़े कुल 16 स्थानों पर गैर कानूनी निर्माण का खुलासा तकनीकी टीम ने किया था. इसके मद्देनजर सिलीगुड़ी नगर निगम ने प्लैनेट मॉल को नोटिस भेजा था. बाद में कुछ कार्रवाई भी की थी. अब यह दूसरा मौका है, जब सिलीगुड़ी नगर निगम प्लैनेट मॉल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की योजना बना रही है.
परंतु यह सब कुछ कल होने वाली प्लैनेट मॉल के व्यवसाईयों तथा सिलीगुड़ी नगर निगम के अधिकारियों की टीम की हियरिंग के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा. बहरहाल यह देखना होगा कि प्लैनेट मॉल के अधिकारी किस तरह से सिलीगुड़ी नगर निगम को बिल्डिंग प्लान तथा संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराते हैं. अगर ऐसा नहीं होता है तो सवाल यह भी है कि क्या सिलीगुड़ी नगर निगम इतनी बड़ी कार्रवाई प्लेनेट माल के खिलाफ कर सकेगी?
यहां सवाल यह भी है कि अगर प्लैनेट मॉल के खिलाफ सिलीगुड़ी नगर निगम कोई बड़ी कार्रवाई करती है तो सिलीगुड़ी के दूसरे माल और प्रतिष्ठानों के खिलाफ भी निगम का बुलडोजर चल सकता है. क्योंकि अवैध निर्माण तो वहां भी हुए हैं.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)