January 24, 2025
Sevoke Road, Siliguri
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कैब और उबर में किराया अंतर का गरमाया मामला!

आमतौर पर लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए कैब बुक करते हैं. कैब अथवा उबर प्रदाता कंपनियों का भाड़ा निर्धारित होता है. जगमोहन को सिलीगुड़ी से कूचबिहार जाना था. उन्होंने अपने एंड्राइड मोबाइल से कैब सेवा प्रदान करने वाली कंपनी को फोन किया और गाड़ी बुक कर ली. इस घटना के लगभग एक महीने बाद जगमोहन को फिर अपने किसी कार्य से कूचबिहार जाना था. लेकिन इस बार जगमोहन ने अपने एंड्रॉयड फोन से वाहन बुक नहीं कराया था. बल्कि जगमोहन के लड़के ने आईफोन से वाहन बुक कराया था.

जगमोहन यह देखकर हैरान रह गए कि इस बार कूचबिहार जाने का उनसे अधिक किराया लिया गया था. जगमोहन ने कंपनी को फोन करके इसका कारण पूछा तो कंपनी की ओर से जवाब आया कि उनसे कोई ज्यादा किराया नहीं लिया गया है. यह वही किराया है जो काफी समय से चल रहा है. जगमोहन ने कहा कि पिछले महीने वह कूचबिहार गए थे तो कैब का किराया इतना नहीं था. इससे यह भांडा फूटा कि एंड्रॉयड फोन और आईफोन से कैब बुक करने का किराया भी अलग-अलग हो जाता है. ऐसा क्यों होता है, यही चर्चा का विषय बना है और अब इसकी जांच की जा रही है.

आप भी इसके शिकार हो सकते हैं. अगर विश्वास नहीं हो तो एंड्रॉयड फोन और आईफोन से कैब बुक करके देख ले. समान दूरी के लिए आपसे अलग-अलग किराया चार्ज किया जाता है. लोग समझ नहीं पाये है कि आखिर ऐसा क्यों होता है. लेकिन यह सही है कि दोनों मोबाइल फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम में ही कुछ गड़बड़ झोल है. जिसको सरकार ने भी माना है. अब उसकी जांच कराई जा रही है. सवाल यह है कि क्या यह एक सुनियोजित साजिश है? क्या कैब सेवा प्रदान करने वाली कंपनियां आईफोन ऑपरेटर से मिल कर कोई खेल कर रही है? कई सवाल सवाल उठ रहे हैं

अगर आपको कहीं जाना हो,तो अपने मोबाइल से वाहन प्रदान करने वाली कंपनी को फोन लगाते हैं. इसके बाद कैब अथवा उबर आपकी सेवा में हाजिर हो जाता है. लेकिन देखा जाता है कि अगर आप साधारण स्मार्टफोन से वाहन बुक कराते हैं, तो उसका किराया कुछ अलग होता है. लेकिन एंड्रॉयड की जगह आईफोन से बुक करने पर किराए में अंतर आ जाता है. समान दूरी, समान लोकेशन, समान गाड़ी लेकिन फोन बदल जाने से किराया भी बदल जाता है.

यह खेल काफी समय से छोटे-बड़े शहरों में चल रहा है. हालांकि सरकार को देर से इसकी जानकारी हुई है. पिछले महीने से यह मामला चल रहा है. कोलकाता में तो उबर और कैब की भरमार है. जहां एक कॉल करने से ही वाहन सेवा आपके घर पर उपलब्ध हो जाती है. अलग-अलग मोबाइल से वाहन बुक करने के किराए में अंतर को शुरू में ग्राहकों ने अनदेखा किया था. लेकिन जब बार-बार ऐसी घटनाएं घटने लगी तो ग्राहक भी जागने लगे. उन्होंने उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी तक यह शिकायत पहुंचाई और वाहन प्रोवाइड करने वाली कंपनी के खिलाफ अपनी शिकायत में कहा कि उपभोक्ताओं के साथ धोखा किया जा रहा है.

केवल कोलकाता ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग शहरों और महानगरों में इस तरह की शिकायत सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री ने इसे गंभीरता से लिया है. मंत्री के निर्देश पर उपभोक्ता संरक्षण मामलों के विभाग ने इसकी जांच करने का फैसला किया है. विभाग ने कैब सेवा उपलब्ध कराने वाली कंपनियों ओला एवं उबर को नोटिस जारी किया है तथा उनसे किराए में अंतर को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है. दोनों कंपनियों से अलग-अलग किराया तय करने की प्रकिया के बारे में भी पूछा है.

जो भी हो, यह मामला धीरे-धीरे गरमाता जा रहा है. कैब सेवा प्रदान करने वाली कंपनियां ओला एवं उबर की विश्वनीयता को ऐसी घटनाओं से जरूर धक्का लगा है. गलती किसी की भी हो, उसकी जांच होनी चाहिए. अगर ओला उबर पाक साफ है तो मामले की जांच में सरकार का सहयोग करना चाहिए.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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