April 23, 2025
Sevoke Road, Siliguri
घटना लाइफस्टाइल

रील बनाने के चक्कर में गई दो बच्चों की जान! रील तो बनाएं, लेकिन रील बनाने का जुनून ना पालें!

आजकल स्त्री पुरुष बच्चा जवान हर कोई रील बनाना चाहता है. सोशल मीडिया में एक से बढ़कर एक रोमांचक और हैरान कर देने व वाली रील आप देख सकते हैं. कई बार तो रील ऐसी बनाई जाती है जिसे देखकर डर लगता है. हालांकि ऐसी रील बनाकर पोस्ट करने वाले को लाइक और कमेंट्स भी भरपूर मिलते हैं. ऐसे लोगों को लाइक और कॉमेंट्स देकर उनका मनोबल ही बढ़ाया जाता है. यह भी कह सकते हैं कि उन्हें मौत के मुंह में धकेला जाता है. दर्शकों को ऐसी रील को ना तो लाइक करना चाहिए और ना ही कमेंट.

ऐसी कई घटनाएं घटी हैं ,जहां जान पर खेल कर रील बनाने वाले लोगों की जान ही चली गई. बच्चों में यह आदत भयंकर रूप से घर कर गई है.सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले ऐसे बच्चे खतरनाक तरीके से स्टंट करते हैं और अपनी जान को जोखिम में डाल लेते हैं. आपने पहले भी कई दुखद घटनाएं देखी सुनी होगी,जहां नदी, बाढ़, खाई, आग, ट्रेन आदि की रोमांचक रील बनाने वाले लोगों की जान ही चली गई.

अनेक बार ट्रेन की पटरी पर खतरनाक तरीके से स्टंट करते हुए रील बनाई जाती है. ऐसे लोगों का उद्देश्य एक ही रहता है कि सोशल मीडिया पर वे किसी तरह वायरल हो जाए. अगर किस्मत ने साथ दिया तो ठीक, अन्यथा उनकी जान जाने का पूरा चांस रहता है. मुंबई की घटना को कोई ज्यादा समय नहीं हुआ. दौड़ती हुई ट्रेन के दरवाजे पर लटक कर रील बनाते समय एक नौजवान की जान चली गई थी. इसके अलावा ऐसी कई दुखद घटनाएं घटी. इसके बाद सरकार ने ट्रेन और प्लेटफार्म पर रील बनाने पर रोक लगा दी थी.

हाल ही में एक घटना घटी है. जो नौजवानों को एक सबक भी देती है. रील बनाने का नशा नौजवानों और बच्चों पर किस कदर सवार है, इसकी बानगी है यह घटना. दो लड़के 17 वर्षीय दीपक कुमार और 13 वर्षीय कल्लू एक ईंट भट्ठे पर काम करते थे. वे सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहते थे. दोनों ने सोचा कि जिंदगी भर चिमनी पर ईंट भट्टे का काम करने से उनका कोई भी सपना पूरा नहीं होगा. उनकी जिंदगी खत्म हो जाएगी. लेकिन एक बार सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, तो वह काफी पैसे कमाने लगेंगे.

यही सोचकर दोनों ने एक विचार किया कि कुछ ऐसा अनोखा किया जाए ताकि वे रातों रात सोशल मीडिया पर वायरल हो सके. उन्होंने खतरनाक तरीके से चलती हुई रेलगाड़ी पर स्टंट करते हुए रील बनाने का फैसला कर लिया. उस दिन दोनों अपने-अपने घर से चिमनी पर काम करने चले गए. काम खत्म करने के बाद बिशनपुर स्थित ओवर ब्रिज रेलवे ढाला के पास चले गए. दोनों स्टंट करते हुए रील बनाने लगे. आसपास कई लोग खड़े थे, लेकिन किसी ने भी उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की.

उसी समय बलिया पाटलिपुत्र पैसेंजर ट्रेन आ रही थी. दोनों लड़के रेल की पटरी पर स्टंट कर रहे थे. रील बनाने के चक्कर में उन्हें यह ध्यान ही नहीं रहा कि ट्रेन तेजी से आ रही थी. दोनों ट्रेन की चपेट में आ गए. रेलगाड़ी दोनों को काटती हुई निकल गई. घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई. यह घटना छपरा शहर से सटे बिशनपुर की है, जो सुर्खियों में है. दोनों नादान बच्चे थे. लेकिन रील बनाने और रातों-रात सोशल मीडिया पर वायरल होने का जुनून उनकी जिंदगी को ही निगल गया.

पुलिस और आरपीएफ ने बच्चों के पास से मिले टूटे मोबाइल के सिम को दूसरे मोबाइल में लगाकर उनके परिजनों को सूचना दी. इसके बाद परिजन सदर अस्पताल पहुंचे, जहां दोनों बच्चों की पहचान छपरा शहर से 10 किलोमीटर दूर कोरिया गांव के निवासी के रूप में की गई. अब भी समय है अपने बच्चों को संभाले और सोशल मीडिया पर खतरनाक स्टंट और रील को प्रोत्साहन न दें.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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