दार्जिलिंग: दार्जिलिंग यानी पहाड़ों की रानी यहां रोजाना हजारों पर्यटक अपने परिवार व परिजनों के साथ आते हैं और हसीन वादियों का लुफ्त उठाते हैं | देखा जाए तो पूरे विश्व में दार्जिलिंग प्रसिद्ध है और जब इतने बड़े पैमाने में यहां पर्यटक आते हैं और तो पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यापारियों को भी इसका खास ख्याल रखना चाहिए, लेकिन एक मामला ऐसा आया है, जिसने ऑनलाइन होटल बुकिंग और स्थानीय प्रबंधन की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं और इस घटना ने पर्यटकों के बीच गहरी निराशा भी छोड़ी है |
बता दे कि, सिलीगुड़ी 42 नंबर वार्ड के भूपेंद्र नगर निवासी विकास झा अपने परिवार के साथ दार्जिलिंग घूमने के लिए 3 मई को रवाना हुए थे, उनके साथ उनकी पत्नी, चार महीने का बच्चा, बहन और बहनोई भी शामिल थे | उन्होंने 3 से 4 मई की ऑनलाइन होटल बुकिंग की थी , जो कि,नॉन रिफंडेबल थी , बुकिंग एक दिन पहले ही की गई थी और होटल प्रबंधन की ओर से लगातार संपर्क भी किया जा रहा था | दूसरी ओर विकास झा होटल बुकिंग होने के बाद पूरी तरह निश्चिंत थे और अपने परिवार के साथ दार्जिलिंग घूमने की तैयारी में जुट गए, लेकिन उनको यह जानकारी नहीं थी कि, आने वाला दिन उनके लिए क्या लेकर आएगा, उनके सारे सपने चूर-चूर होने वाले थे, क्योंकि यह ऑनलाइन होटल बुकिंग उन्हें धोखा देने वाला था |
विकास झा जब अपने परिवार के साथ दार्जिलिंग पहुंचे तो होटल प्रबंधन की ओर से एक व्यक्ति उन्हें रिसीव करने पहुंचा, विकास झा और उनके परिवार वाले तब आश्चर्यचकित हो गए जब होटल की ओर से जो कर्मचारी रिसीव करने पहुंचा था वह उन्हें किसी और होटल में ले गया और इस मामले को लेकर विकास झा ने बताया कि, होटल निचले स्तर का था, उसमें किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं थी, विकास झा ने 3 स्टार होटल की बुकिंग की थी | उन्होंने इस बात पर आपत्ति जताई और होटल प्रबंधन से संपर्क किया, तो हर बार कोई ना कोई बहाना बनाकर होटल प्रबंधक बचते रहें | दार्जिलिंग के रास्तों में विकास झा अपने परिवार व 4 महीने के बच्चे को लेकर पूरे 4 घंटे तक सड़कों पर भटक रहे थे और उस होटल को ढूंढते रहे, काफी मशक्कत के बाद आखिरकार उन्हें वह होटल मिल ही गया, जो उन्हें लगातार झांसा दे रहा था | जब वे वहां पहुंचे तो उन्होंने वहां उपस्थित कर्मचारियों से संपर्क किया, लेकिन फिर भी कोई वैकल्पिक व्यवस्था होटल की ओर से नहीं की गई, मजबूरन उन्होंने इस निजी होटल के मुख्य कार्यालय कोलकाता में संपर्क किया, लेकिन वहां से भी कोई सहायता नहीं मिली, यह पूरी घटना एक पर्यटक परिवार के साथ दार्जिलिंग क्षेत्र में घटित हुई, जिसने दार्जिलिंग की छवि को धमिल करने की कोशिश की है | इस निजी होटल ने अव्यवस्था, उपेक्षा और गलत व्यवस्था का स्पष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है |
जहां ऑनलाइन बुकिंग के बावजूद पर्यटक को सुविधा नहीं दी गई, जिसका उन्हें भुगतान किया जाना था | इस घटना के बाद पर्यटकों में एक उदासीनता बनी हुई है और यह विषय काफी सुर्खियां भी बटोर रहा है, क्योंकि देखा जाए तो यह पूरा मामला ऑनलाइन होटल बुकिंग का ही है, ऑनलाइन होटल बुकिंग के बाद ही विकास झा अपने परिवार के साथ दार्जिलिंग घूमने निकले थे, लेकिन ऑनलाइन होटल बुकिंग ने उनके दार्जिलिंग के सुहाने सफर को ही पूरी तरह किरकिरा कर दिया | विकास झा के साथ उनके चार महीने के बच्चे व उनके परिवार वालों को भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा, इस तरह के मामले अक्सर सामने आते हैं और ऑनलाइन होटल बुकिंग को लेकर कई तरह के सवाल खड़े कर जाते हैं, प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए, ताकि इस तरह की घटना पर्यटकों के बार-बार घटित ना हो |
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