बागडोगरा एयरपोर्ट जब पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा, तो बेशक यह एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा. लेकिन वर्तमान में यह एयर फोर्स का एयरपोर्ट है. जब देश में युद्ध के हालात हो, ऐसे में अगर कोई व्यक्ति बागडोगरा एयरपोर्ट से संबंधित तकनीकी, यांत्रिकी और वैज्ञानिक उपकरणों, स्थलों तथा गोपनीय सामग्री की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी करता है और उसे सोशल मीडिया में डालता है तो इससे वायु सेना के एयरपोर्ट की गोपनीयता भंग होती है और दुश्मन को सारी बातों की जानकारी मिल जाती है.
इस समय भारत एक नाजुक दौर से गुजर रहा है. कभी भी पाकिस्तान के साथ युद्ध हो सकता है. कल देश भर में मॉक ड्रिल हो रहा है. भारत सरकार ने पहले ही एक विज्ञप्ति के जरिए देश के लोगों को सावधान कर दिया है कि देश की रक्षा और गोपनीयता से संबंधित कोई भी जानकारी सोशल मीडिया पर प्रकाशित न करें. हमें भारत सरकार के निर्देशों का पालन करना चाहिए और देश के किसी भी महत्वपूर्ण और संवेदनशील ठिकानों तथा अन्य तथ्यों की जानकारी सोशल मीडिया पर प्रकाशित नहीं करनी चाहिए. इससे देश कमजोर होता है.
यह सवाल इसलिए उठा है कि वर्तमान में बागडोगरा एयरपोर्ट का विस्तार काम देखने के लिए अनेक लोग बागडोगरा एयरपोर्ट जाते हैं. अथवा विमान यात्री भी काफी उत्सुक रहते हैं. वह अपने मोबाइल से ही फोटोग्राफी कर लेते हैं तथा एयरपोर्ट से संबंधित अत्यंत गोपनीय सामग्री को वे अपने कैमरे में कैद कर लेते हैं और बाद में उसे सोशल मीडिया पर डाल देते हैं. हालांकि उनका यह मकसद बागडोगरा एयरपोर्ट की छवि का प्रदर्शन करना होता है. परंतु ऐसा करने से दुश्मन को एयरपोर्ट के डिफेंस की जानकारी हो जाती है. यह उन्हें समझना चाहिए. यही कारण है कि विमान यात्रियों को ऐसा न करने की सलाह दी जाती है.
आपको बताते चलें कि जिस तरह से बागडोगरा एयरपोर्ट का काम हो रहा है, उसे पूरा होने में और 2 साल लग सकते हैं. इसे दो चरणों में पूरा किया जा रहा है. पहले चरण में अभी 10% तक काम हुआ है. 2027 तक इसे पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है. जब यह एयरपोर्ट बनकर तैयार होगा तो अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की तरह ही यहां समुचित सुविधा यात्रियों को मिलेगी. नए टर्मिनल भवन में प्रत्येक घंटे 3000 यात्रियों को एडजस्ट किया जा सकेगा. हालांकि वर्तमान में टर्मिनल की क्षमता प्रत्येक घंटे मात्र 1360 यात्रियों की है. 1559 करोड़ की लागत से टर्मिनल, पार्किंग तथा एयरक्राफ्ट स्टैंड का निर्माण कार्य कराया जा रहा है.
टर्मिनल का निर्माण 105 एकड़ में हो रहा है. पूरा होने के बाद एयरक्राफ्ट पार्किंग तथा अन्य सुविधाएं यात्रियों को उपलब्ध होंगी. एयरपोर्ट निदेशक मोहम्मद आरिफ के अनुसार प्रथम चरण का कार्य जैसे ही पूरा होगा, बागडोगरा एयरपोर्ट पर 10 एयर क्राफ्ट पार्किंग स्टैंड नजर आएगा. इनमें 6 ऐरो ब्रिज और चार रिमोट वे होंगे. दूसरे चरण में कार्य पूरा होगा तो कुल 16 एयरक्राफ्ट पार्किंग स्टैंड नजर आएंगे. इनमें 10 एयरोब्रिज और 6 रिमोट वे होंगे.
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