July 2, 2025
Sevoke Road, Siliguri
जुर्म

बंगाल में मैंगों का आतंक!

कैप्शन पढ़कर शायद आप सोच रहे होंगे कि, हम किसी मीठे रसीले फल की बात करने वाले हैं लेकिन आपको बता दूं कि, ऐसा बिलकुल नहीं है क्योंकि यह नाम मैंगो जुड़ा है एक ऐसे अपराध से जो समाज के लिए बेहद शर्मनाक है

बीते दिनों पश्चिम बंगाल के कोलकाता से एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली ख़बर सामने आई ,जहां एक बार फिर छात्रा के साथ दरिंदगी की वारदात ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया । ये मामला कोलकाता के कस्बा इलाके में स्थित एक लॉ कॉलेज का था। जहां कॉलेज की ही एक छात्रा के साथ 25 जून की शाम कॉलेज परिसर में ही कथित सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया।पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि शाम करीब साढ़े सात बजे से लेकर आठ बजे के बिच कॉलेज के कमरे में उसे बुलाया गया, और वहां तीन लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।इस मामले में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 26 जून को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में कॉलेज का एक पूर्व छात्र और दो कर्मचारी शामिल थे. आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए ।जांच के लिए पीड़िता को नेशनल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां मेडिकल परीक्षण हुआ। पुलिस ने आरोपियों के परिजनों से भी पूछताछ की है, लेकिन घटना को लेकर उन्हें कोई ठोस जानकारी नहीं मिली। आपको बता दें, ये मामला ठीक एक साल बाद सामने आया है जब RG Kar मेडिकल कॉलेज में एक छात्रा के साथ इसी तरह की हैवानियत की गई थी, जिसके बाद देशभर के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया था। अब फिर से एक शिक्षण संस्थान, जो कानून की पढ़ाई कराता है वहीं कानून को रौंदा गया। सोशल मीडिया पर लोग न्याय की मांग कर रहे हैं, और एक बार फिर महिला सुरक्षा पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
कोलकाता सामूहिक दुष्कर्म का मामला धीरे-धीरे नेशनल लेवल पर तूल पकड़ता जा रहा है। इसी कड़ी में इस गैंगरेप केस के मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. कोलकाता में हुए दुष्कर्म मामले में मुख्य आरोपी, जिसे लोग ‘मैंगो’ के नाम से जानते हैं, को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि, यह शख्स मानसिक रूप से अस्थिर है, लेकिन उसकी हरकतें सिर्फ मानसिक बीमारी नहीं, दरिंदगी की निशानी हैं।

‘मैंगो’ पर पहले भी कई बार महिलाओं के साथ छेड़छाड़, अश्लील फोटो शेयर करने और ऑनलाइन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लग चुके हैं। बावजूद इसके, वह खुलेआम घूमता रहा… और अब एक जघन्य अपराध को अंजाम दे बैठा। कॉलेज के पूर्व छात्रों और जूनियर्स का कहना है कि मनोजित लंबे समय से मानसिक रूप से विकृत और यौन हिंसा की प्रवृत्तियों वाला छात्र रहा है.
साल 2021 में तृणमूल छात्र परिषद की यूनिट से निकाले जाने के बावजूद मनोजित कॉलेज परिसर में सक्रिय रहा. छात्राओं को बार-बार एक ही डायलॉग बोलकर प्रपोज करना कि क्या तू मुझसे शादी करेगी. यह कहते रहना उसकी आदत थी. यही लाइन उसने उस छात्रा से भी कही थी जिसके साथ वो सामूहिक दुष्कर्म भी शामिल था।
सूत्रों के अनुसार, मनोजित लड़कियों की फोटो मॉर्फ कर उन्हें दोस्तों में शेयर करता था. महिलाओं के साथ अंतरंग पलों को रिकॉर्ड कर वायरल करता और छात्राओं का बॉडी शेमिंग करता था. उसके खिलाफ कई बार छेड़छाड़, मारपीट, ब्लैकमेलिंग और उत्पीड़न की शिकायतें की गईं. लेकिन कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई.
कॉलेज में मनोजित की तगड़ी पहुंच हासिल थी. वह व्हाट्सऐप ग्रुप्स को कंट्रोल करता था. मनोजीत और उसके साथी कॉलेज में आतंक बन चुके थे. टीचर-इन-चार्ज से यौन उत्पीड़न की कई बार शिकायत की गयी थी लेकिन कोई असर नहीं हुआ. फर्स्ट ईयर की एक छात्रा ने कहा कि यूनियन से जुड़े छात्रों को किसी भी हद तक जाने की छूट थी. अश्लील जोक्स और फोटोज पोस्ट करना आम था.
कोलकाता की इस घटना के बाद यह सवाल उठता है कि, “समाज में मानसिक विकृति से ग्रस्त लोग जो दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराध करते हैं, उनके लिए क्या किया जाए?”
इसका जवाब सिर्फ कानून या पुलिस तक सीमित नहीं, बल्कि समाज, शासन और सिस्टम के हर स्तर पर ज़िम्मेदारी निभाने की ज़रूरत है।
दुष्कर्म सिर्फ एक व्यक्ति की गलती नहीं, यह समाज की चुप्पी, सिस्टम की सुस्ती और नजरअंदाजी का परिणाम भी है। मानसिक रूप से विकृत अपराधियों को समाज से दूर करना, इलाज देना और निगरानी रखना उतना ही जरूरी है जितना कानून की सज़ा।

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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