हार्ट अटैक की घटनाएं तो पहले भी होती थी. परंतु आजकल हार्ट अटैक की घटनाएं लगातार बढ़ रही है. कभी हार्ट अटैक बड़े बुजुर्गों को ही पड़ता था. लेकिन अब नौजवान भी हार्ट अटैक का शिकार होकर इस दुनिया से रुखसत हो रहे हैं. कई लोगों के अनुसार कोविड-19 के बाद ऐसी घटनाओं में तेजी आई है. तो क्या कोरोना वैक्सीन लेने के बाद ऐसी घटनाओं में तेजी आई है?
यह सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि मीडिया रिपोर्टो के अनुसार कॉविड-19 के बाद लोगों में साइलेंट हार्ट अटैक की घटनाएं बढ़ गई हैं. पूर्व में कई सेलिब्रिटी और आम लोग साइलेंट हार्ट अटैक में मारे जा चुके हैं. हाल ही में एक और सेलिब्रिटी कांटा लगा गाने से मशहूर हुई शेफाली जरीवाला की भी हार्ट अटैक से मौत हुई थी. हालांकि शेफाली जरीवाला का मसला कुछ और है. परंतु सच यह है कि शेफाली जरीवाला को भी हार्ट अटैक आया था, जिसमें वह चल बसी थी.
समाज में यह एक मिथक है कि एक बार में हार्ट अटैक से मौत नहीं होती है. तीसरी बार आया हार्ट अटैक मृत्यु का कारण बनता है. परंतु कॉविड-19 के बाद युवाओं की हो रही मौत में पहला हार्ट अटैक ही जिम्मेदार रहा है. तो क्या इसका संबंध कोविड वैक्सीन है?
इस तरह से समाज में एक मिथक बनता जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन लेने के बाद हार्ट अटैक की घटनाओं में वृद्धि हुई है. लेकिन अब इस मिथक का सच सामने निकल कर आया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्टीकरण दिया है कि कोविड-19 वैक्सीन लेने और युवाओं की अचानक होने वाली हार्ट अटैक से मौत के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद तथा राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र में अलग-अलग शोध के आधार पर यह जानकारी प्रकाशित की गयी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कॉविड-19 की वैक्सीन लेने से अचानक मौत का खतरा नहीं बढ़ता. हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धा रमैया ने कोविड वैक्सीन को हार्ट अटैक की बढ़ती घटनाओं के लिए जिम्मेवार बताया था. उसके बाद ही स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यह जवाब आया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि युवाओं में अचानक हार्ट अटैक से होने वाली मौत की जांच की गई है. अनेक अध्ययनों से पता चलता है कि कोविड-19 टीका और देश में अचानक होने वाली मौत की खबरों के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि अचानक हार्ट अटैक किसी को भी हो सकता है और इसके कई कारण हो सकते हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार हार्ट अटैक से अचानक होने वाली मौत का कारण आनुवांशिकी, लाइफस्टाइल, बीमारी ,मोटापा और कॉविड-19 के बाद की कुछ जटिलताएं भी शामिल हैं. इससे पहले आईसीएमआर और एनसीडीसी के अध्ययन बताते हैं कि कॉविड-19 के टीके अत्यंत सुरक्षित और प्रभावी है. आशा है कि भारत के लोग स्वास्थ्य मंत्रालय के स्पष्टीकरण से आशंकाओं से उबर गए होंगे और राहत महसूस कर रहे होंगे |
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