अबकी बार बंगाल में कमल खिलेगा या नहीं यह सवाल काफी लोगो के द्वारा किया जा रहा है। मालूम हो की पश्चिम बंगाल भाजपा के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं. आज अलीपुरद्वार जाने के लिए शमिक भट्टाचार्य बागडोगरा एयरपोर्ट पर थे. उन्होंने सिलीगुड़ी में पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं के साथ बैठक की. संवाददाताओं के एक सवाल के जवाब में कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को दक्षिण बंगाल में भी कम सीटें मिलेगी. उत्तर बंगाल को लेकर शमिक भट्टाचार्य पूरी तरह आश्वस्त और संतुष्ट नजर आए.
शमिक भट्टाचार्य प्रदेश भाजपा के उन नेताओं में से हैं जो पार्टी की मजबूती के लिए संगठन को मजबूत करना चाहते हैं. कदाचित शमिक भट्टाचार्य पहले ऐसे भाजपा नेता हैं जो पार्टी के बिछड़े हुए, पुराने और नए दोनों तरह के नेताओं में समन्वय रखते हुए एक नई परिपाटी पर काम करना चाहते हैं. क्योंकि उन्हें पता है कि अगर संगठन कमजोर होगा तो भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाएगी.
शमिक भट्टाचार्य अनुभवी नेता भी हैं. पार्टी अध्यक्ष का पदभार संभालते ही उन्हें एहसास हो गया था कि अगर 2026 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को सत्ता के करीब लाना है तो पार्टी को एकजुट रखने की जरूरत है. भाजपा में गुटबाजी ज्यादा है. चाहे वह उत्तर बंगाल हो या दक्षिण बंगाल. इसलिए वे भाजपा के पुराने, नए सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट कर रहे हैं. कुछ समय पहले उन्होंने भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष को भी पार्टी भवन में आमंत्रित किया था और उनसे बात की थी. दिलीप घोष के बारे में मीडिया में यह बात चल रही है कि वे तृणमूल कांग्रेस में जा सकते हैं. हालांकि दिलीप घोष ने इस बात से इनकार किया है.
आज शमिक भट्टाचार्य उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं. आत्मविश्वास से भरपूर शमिक भट्टाचार्य जमीन से जुड़े नेता है. आज से वे तीन दिवसीय उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं. वह उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में जिला नेतृत्व के साथ अलग-अलग बैठक करेंगे. अलीपुरद्वार जिले में उनका कार्यक्रम बनाया गया है. अलीपुरद्वार के भाजपा नेतृत्व से शमिक भट्टाचार्य की क्या महत्वपूर्ण बात होने वाली है, इस पर हमारी नजर रहेगी.
शमिक भट्टाचार्य के कार्यक्रमों और उनकी नीतियों से पता चलता है कि वह नए और पुराने कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी को आगे ले जाना चाहते हैं. उन्होंने जिला नेतृत्व को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि उनकी सभा में सभी लोगों का ख्याल रखा जाए और जो उनका संदेश है उसी के अनुरूप बैठक आयोजित की जाए. सूत्रों ने बताया कि अलीपुरद्वार जिला नेतृत्व को शमिक भट्टाचार्य का संदेश मिल चुका है और इसलिए सभी पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं को बैठक में आमंत्रित किया गया है.
शमिक भट्टाचार्य ने स्पष्ट रूप से कहा है कि भाजपा में सभी पुराने नेताओं का उचित सम्मान किया जाएगा. भाजपा चाहती है कि उत्तर बंगाल में जिस तरह से पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर रही है, ठीक उसी तरह का प्रदर्शन दक्षिण बंगाल में कर सके. इसलिए उन्होंने सॉफ्ट हिंदुत्व की राह अपनायी है. यानी वह मुसलमान के खिलाफ नहीं है. लेकिन उन्हें बांग्लादेशी मंजूर नहीं है. शमिक भट्टाचार्य के उत्तर बंगाल दौरे पर तंज कसते हुए टीएमसी के नेता कुणाल घोष ने कहा है कि भाजपा में पुराने और नए के बीच गंभीर फासला है.
शमिक भट्टाचार्य के उत्तर बंगाल दौरे से यह कयास लगाया जा रहा है कि उत्तर बंगाल में भाजपा की गुटबाजी की समस्या को दूर करने में वह सफल होंगे. हालांकि आने वाले समय में ही यह पता चल सकेगा कि शमिक भट्टाचार्य भाजपा की गुट बाजी को किस तरह दूर करते हैं.