सिलीगुड़ी में पिछली शाम से ही मौसम का मिजाज काफी खुशनुमा हो गया है. तेज हवाएं चल रही है. आसमान में बादल छाए हैं. लोगों को गर्मी से निजात मिली है. कभी भी बारिश हो सकती है. मौसम में अचानक बदलाव दक्षिण पूर्वी गंगीय पश्चिम बंगाल पर बना कम दबाव का क्षेत्र है, जो निम्न दाब में तब्दील हो गया है. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार निम्न दाब की वजह से सिलीगुड़ी समेत पूरे बंगाल में अनेक जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.
सिलीगुड़ी में कल से ही मौसम में अचानक बदलाव और बारिश के बीच तेज हवाएं चलने से पिछले कई दिनों से पड़ रही गर्मी और उमस से राहत मिली. हवाएं अत्यधिक तेज, मेघ गर्जन, बिजली चमकने जैसी घटनाएं पहली बार सिलीगुड़ी में बहुलता और अत्यंत वीभत्स स्वरूप में देखने को मिली. मेघ गर्जन की घटनाएं ऐसी थी जैसे सिलीगुड़ी में बम विस्फोट हो रहा हो.
लोगों को लगा कि जैसे उनके ऊपर ही बिजली गिर जाएगी. देर रात तक यह नजारा देखने को मिला. हालांकि बारिश छिटपुट होती रही. सिलीगुड़ी के कई इलाकों में देर रात तक बिजली गुल रही. इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि मौसम ठंडा होने से गर्मी से निजात जरूर मिली थी.
मिली जानकारी के अनुसार तेज हवाओं के कारण कई इलाकों में खासकर बस्ती इलाकों में टीन की छत उड़ गई. कुछ स्थानों में पेड़ों के भी धराशाई होने की जानकारी मिल रही है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दक्षिण बंगाल के लगभग सभी जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. जबकि दक्षिण 24 परगना, पूर्वी और पश्चिमी वर्धमान जिले आदि इलाकों में आज अत्यधिक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है.
सिलीगुड़ी और आसपास के जिलों जैसे जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरद्वार,पहाड़ जैसे दार्जिलिंग, कालिमपोंग के अलावा मालदा, दक्षिण दिनाजपुर आदि जिलों में कल सुबह तक एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है. जबकि दक्षिण बंगाल के सभी जिलों में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है
दक्षिण बंगाल में ही कुछ जिले ऐसे हैं जहां एक या दो स्थानों पर बुधवार को भारी से भारी बारिश हो सकती है. उनमें पुरुलिया, बांकुरा, पूर्वी और पश्चिमी वर्धमान, वीरभूम और मुर्शिदाबाद जिले शामिल हैं. दक्षिण बंगाल के शेष जिलों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश हो सकती है. बिजली चमकने और मेघ गर्जन को देखते हुए मौसम विभाग ने लोगों को सावधान किया है. लोगों को अधिक से अधिक घरों में ही रहने की सलाह दी गई है.
भारतीय मौसम विभाग ने समुद्र में मछली पकड़ने वाले मछुआरों को सलाह दी है कि वह बंगाल तट और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के आसपास समुद्र में ना जाएं. क्योंकि मौसम में अचानक बदलाव और चक्रवाती तूफान के कारण समुद्र की स्थिति खराब रह सकती है. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार हवा की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है.
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