September 12, 2025
Sevoke Road, Siliguri
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‘प्रकृति’ के बीच पंडाल में ‘घूमती प्रतिमा’ देखनी हो, तो देशबंधुपाड़ा आएं!

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा पूजा समितियों को 1,10000 रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है. सिलीगुड़ी में बन रहे विभिन्न पूजा पंडालों को देखने के बाद ऐसा लगता है कि यहां की पूजा कमेटियां बड़े ही आनंद और उत्साह के साथ पूजा का आयोजन कर रही हैं. विभिन्न पूजा क्लबों के बीच यहां एक स्वस्थ स्पर्धा भी देखी जा रही है. हर पूजा समिति पंडाल निर्माण के जरिए कुछ ना कुछ सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश देना चाहती है.

सिलीगुड़ी के पूजा पंडालों में बहुत कुछ नजर आएगा. सांस्कृतिक चेतना के अलावा सामाजिकता, प्रकृति, पर्यावरण संरक्षण, विश्व और भारतवर्ष में घटी ताजा घटनाओं के बीच रचनात्मक संदेश, सामाजिक संवाद, संघर्ष और सफलता का बोध कराते कुछ पूजा पंडाल अपने आप में एक नया स्पर्श कराते नजर आएंगे. खबर समय के द्वारा सिलीगुड़ी के विभिन्न पूजा पंडालों का परिभ्रमण किया गया तो ऐसा नहीं लगा कि कोई भी क्लब औपचारिक रूप से पंडाल का प्रदर्शन करना चाहता है. हर पूजा क्लब के पंडाल अपने आप में विशिष्ट हैं और दर्शनार्थियों को संदेश देते प्रतीत होंगे. इन सभी पूजा पंडालों के बारे में उल्लेख करना संभव तो नहीं है, परंतु देशबंधु पाड़ा के दो पूजा पंडालों की बात करना बेमानी नहीं होगा. क्योंकि ये पंडाल इस दुनिया में प्रकृति, प्रेम और आनंद को सर्वोपरि मानते हैं.

सिलीगुड़ी में दुर्गा पूजा के लिए विभिन्न पूजा कमेटियों के द्वारा पंडाल निर्माण के साथ ही साज सजावट और सांस्कृतिक सामाजिक कार्यों के लिए विशेष तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है. सिलीगुड़ी शहर में उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम सैकडों पूजा क्लब हैं, जो छोटे-बड़े पंडालों का निर्माण कराते हैं. उनकी कोशिश यही रहती है कि वे लीक से हटकर कुछ नया करें. हर साल उनकी कोशिश परवान चढती है. इस बार भी सिलीगुड़ी में दर्शकों को कुछ ऐसा ही देखने को मिलेगा, जब आप इन पूजा पंडालों में घूमने आएंगे.

इस बार सिलीगुड़ी के पूजा पंडालों में एक से बढ़कर एक थीम नजर आएगी. ऐसे में कुछ पूजा पंडालों की बात करना बेमानी नहीं होगा. प्रकृति, उत्साह, आनंद, घूमती प्रतिमा, पवित्रता आदि का स्पर्श करना हो तो इस बार आपको देशबंधु पाड़ा के पंडालों में जरूर आना चाहिए. इसका यह मतलब नहीं है कि सिलीगुड़ी के दूसरे पूजा पंडालों में आकर्षण नहीं होगा. ऐसे ऐसे पूजा क्लब है जो दशकों से पंडाल और प्रतिमा के बीच दर्शनार्थियों को कुछ संदेश देते हुए थीम सजाते हैं. उन्हीं में से देशबंधुपाड़ा का दादाभाई sporting क्लब और सुब्रत संघ स्पोर्टिंग क्लब भी शामिल है.

सुब्रत संघ स्पोर्टिंग क्लब की इस साल 68वीं दुर्गा पूजा है. यहां जो पंडाल का निर्माण हो रहा है, वहां आपको प्रकृति की गोद में विहार करने का आनंद मिलेगा. क्लब के द्वारा 45 लाख रुपये खर्च किये जा रहे है. पंडाल का निर्माण कुछ ऐसे हो रहा है कि आप देखते ही मंत्र मुग्ध हो जाएंगे और प्रकृति में सराबोर हो जाएंगे.पंडाल बनाने वाले कारीगर मेदिनीपुर से आए हैं. यहां पंडाल के भीतर रखी जाने वाली प्रतिमा को भी कोलकाता से लाया जा रहा है. यहां भारी मेला भी लगेगा.

इसी तरह से दादा भाई स्पोर्टिंग क्लब की पूजा की बात भी कुछ अलग है. इस बार क्लब के द्वारा 44वीं पूजा का आयोजन किया जा रहा है. पूजा का थीम आनंद और शुभ समय है. लेकिन जब आप पंडाल के भीतर नजर डालेंगे तो आप दुर्गा प्रतिमा समेत और भी बहुत कुछ घूमते हुए पाएंगे. यह आकर्षण सिलीगुड़ी में यहीं देखने को मिलेगा. दादा भाई स्पोर्टिंग क्लब पंडाल निर्माण और सजावट पर 35 लाख रुपए खर्च कर रहा है. इस पंडाल का उद्घाटन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 21 सितंबर को वर्चुअली करने वाली हैं.

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