राज्य पीडब्ल्यूडी का काम तो लगभग पूरा हो चुका है. तो क्या रेलवे ने इस काम को लटका कर रखा है? आखिर रेलवे के कार्य में धीमी गति क्यों देखी जा रही है? गौतम देव रेलवे के अधिकारियों से बार-बार निवेदन क्यों कर रहे हैं? क्या रेलवे जानबूझकर काम को टाल रहा है? या फिर रेलवे की कोई मजबूरी है?
सूत्र बता रहे हैं कि जंक्शन रेल रूट से होकर गुजरने वाली कुछ रेलगाड़ियां इसमें बाधक बन रही हैं. अभी तक इन रेलगाड़ियो के लिए कोई विशेष दिशा निर्देश जारी नहीं किया गया है. जब तक इस रूट से गुजरने वाली रेलगाड़ियों को गति अथवा अन्य संबंधित मामलों में नियंत्रित नहीं किया जाता है, तब तक यहां कार्य में तेजी लाना संभव नहीं है. मिल रही जानकारी के अनुसार कंचनजंघा और संपर्क क्रांति एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें आज भी यहां से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरती हैं. ऐसे में काम में तेजी कैसे आएगी?
अब रेलवे ने फैसला किया है कि इन ट्रेनों की गति को काम पूरा होने तक कम किया जाएगा. शुरू में कुछ दिनों के लिए यह व्यवस्था की जाएगी. उसके बाद स्थिति के अनुसार अवधि बढ़ाई जा सकती है. हालांकि रेलवे के द्वारा फ्लाईओवर का जो काम चल रहा है, उसमें अस्थाई अथवा अकस्मात रूप से ट्रेनों की गति धीमी करने और बीच-बीच में ट्रेन रोककर काम शुरू करने का तरीका अपनाया गया है. इसमें सुधार किया जा रहा है और फ्लाईओवर का काम दिसंबर तक पूरा हो सके, इसके लिए सभी तरह की व्यवस्थाएं की जा रही हैं. इसलिए यह कहा जा सकता है कि नए साल में वर्धमान रोड फ्लाईओवर एक नए रंग रूप में नजर आएगा.
इस बार गौतम देव पूरी तरह आश्वस्त हैं. सूत्रों ने बताया कि सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा अभी से ही फ्लाईओवर के बचे कार्य को तय समय के भीतर पूरा करने की योजना बनाई जा चुकी है. और संसाधन भी जुटा लिए गए हैं. जैसे ही रेलवे के द्वारा कार्य पूरा होगा, सर्विस रोड का निर्माण और दूसरे बाकी रह गए कार्य को पूरा किया जाना है. सहायक कार्य पहले होंगे या बाद में, अभी इसी पर चर्चा चल रही है. लेकिन हर हालत में दिसंबर तक फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पूरा करने की बात कही जा रही है.
7 साल से अधिक हो गए, जब सिलीगुड़ी नगर निगम ने सिलीगुड़ी में बढ़ते ट्रैफिक जाम के निवारण के लिए वर्धमान रोड पर फ्लाईओवर का निर्माण काम शुरू करवाया था. तब यह उम्मीद की जा रही थी कि फ्लाईओवर का निर्माण होने से वर्धमान रोड पर ट्रैफिक जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा. सिलीगुड़ी नगर निगम जल्द से जल्द फ्लाईओवर का काम पूरा कर लेना चाहती थी. लेकिन जैसे-जैसे काम आगे बढ़ा, तो कुछ ना कुछ अप्रत्याशित बाधाएं सामने आती गईं. कोरोना काल में काफी समय तक यह काम बंद रहा था. कभी अन्य कारणों से भी बीच-बीच में यह काम बाधित होता रहा.
सिलीगुड़ी नगर निगम और खासकर मेयर गौतम देव का सपना इस फ्लाई ओवर से जुड़ा हुआ है. क्योंकि यह कहा जा रहा है कि इस फ्लाई ओवर के निर्माण में मेयर गौतम देव ने व्यक्तिगत तौर पर काफी दिलचस्पी ली है. अगर वर्धमान रोड फ्लाई ओवर का काम दिसंबर तक पूरा होता है तो इसका श्रेय गौतम देव को दिया जा सकता है. क्योंकि उनकी प्रशासनिक अधिकारियों तथा निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार अभियंताओं के साथ लगातार बैठकों एवं भागदौड से ही वर्धमान रोड फ्लाईओवर का काम पूरा हुआ है. अगर उन्होंने सक्रियता नहीं दिखाई होती तो इसमें और भी काफी समय लग सकता था.
बहरहाल वर्तमान में फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी की ओर से लगभग पूरा हो चुका है. शेष कार्य रेलवे के द्वारा पूरा किया जाना है. गौतम देव ने कई बार रेलवे के अधिकारियों के साथ बैठकें की है. हाल ही में उन्होंने एक बार फिर रेलवे के साथ सिलीगुड़ी नगर निगम कार्यालय में बैठक की. कुछ समय पहले तक रेलवे अधिकारियों की ओर से जनवरी का समय दिया गया था. लेकिन गौतम देव चाहते थे कि नए साल से पहले ही यह काम पूरा हो जाए. इसलिए उन्होंने रेलवे अधिकारियों से निवेदन किया है और उनसे आश्वासन लिया है कि इसी साल में उनके हिस्से का काम पूरा कर लिया जाएगा.
बहरहाल, जो ताजा अपडेट सामने आया है, उसके अनुसार रेलवे के द्वारा उन्हें भरोसा दिया गया है कि दिसंबर तक फ्लाईओवर का काम पूरा हो जाएगा. रेलवे के द्वारा काम में तेजी लाई जा रही है. जल्द ही कुछ और दिशा निर्देश रेलवे के द्वारा जारी किए जा सकते हैं . बहर हाल इतना तो स्पष्ट है कि वर्धमान रोड फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है. अगर आधिकारिक रूप से दिसंबर तक काम पूरा होने की घोषणा नहीं की जाती है, तो निश्चित रूप से 2026 जनवरी में यह पूरा हो जाएगा, इसमें कोई संदेह नहीं है.