सोमवार यानी 13 अक्टूबर को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर से उत्तर बंगाल के दौरे पर आ रही हैं. सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री दार्जिलिंग और मिरिक के विभिन्न इलाकों का दौरा करके वहां जारी राहत एवं पुनर्वास कार्यों का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण करेंगी. मुख्यमंत्री पिछले दिनों ही उत्तर बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर आई थीं और आपदा से विस्थापित परिवारों से मिलने तथा आपातकालीन सहायता उपाय शुरू करने के बाद वापस कोलकाता लौट गई थीं.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर पहाड़ में आपदा प्रभावित रोहिणी क्षेत्र में दो नयी सड़कें बनाई जा रही हैं. इसके अलावा नागराकाटा में पुल की मरम्मत चल रही है. मिरिक में कंक्रीट पुल का निर्माण पूरा होने तक एक अस्थाई पुल का निर्माण किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने अपने पिछले दौरे के क्रम में अधिकारियों को 15 दिनों के भीतर अस्थाई पुल का निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था. उनके निर्देश के बाद अधिकारी और पार्टी के नेता कार्यकर्ता आपदा प्रभावित क्षेत्रों में डेरा डाले हुए हैं. मुख्यमंत्री इन्हीं सभी कार्यों का निरीक्षण करने के लिए सोमवार को आ रही हैं.
मुख्यमंत्री का एक ही हफ्ते में दोबारा उत्तर बंगाल आगमन राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है और उत्तर बंगाल की जनता को यह संदेश है कि आपदा के समय तृणमूल कांग्रेस उनके साथ कदम जमा कर खड़ी है. इस समय उत्तर बंगाल के बाढ़ प्रभावित इलाकों में तृणमूल कांग्रेस की पूरी टीम, स्थानीय नेता और कार्यकर्ता लोगों की सहायता में जुटे हुए हैं. दूसरी तरफ भाजपा की ओर से भी आपदा पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है.
पिछले दिनों राहत सामग्री वितरण के क्रम में नागराकाटा में भाजपा सांसद खगेन मुर्मू और सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष पर जानलेवा हमला हो चुका है. जबकि अलीपुरद्वार कुमार ग्राम के भाजपा विधायक मनोज कुमार उरांव पर भी हमला हुआ था और उनके साथ मारपीट की गई थी. आखिर भाजपा नेताओं पर हमले क्यों हो रहे हैं? क्या किसी साजिश के तहत उन पर हमले करवाए जा रहे हैं? इस मुद्दे को लेकर भाजपा म्यान से बाहर निकल चुकी है और सीधे-सीधे तृणमूल कांग्रेस को दोषी ठहरा रही है.
नागराकाटा हमले में भाजपा की ओर से आठ लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों में अकरमूल हक, शाहनूर आलम, तोफायल हुसैन, गोविंद शर्मा और ऐतोवा उरांव शामिल हैं. इनमें से चार आरोपियों को सांसद और विधायक पर हमला करते हुए देखा गया था. चार लोगों को गुरुवार को ही अदालत में पेश कर दिया गया था. जबकि पांचवा आरोपी ऐतोवा उरांव को आज अदालत में पेश किया गया. ऐतोवा उरांव को खयरबाड़ी से गिरफ्तार किया गया.
पुलिस ने कुमार ग्राम के भाजपा विधायक मनोज कुमार उरांव पर हमले के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो तृणमूल कांग्रेस का समर्थक है. उसका नाम आशुतोष मंडल है. आशुतोष मंडल ने बीयर की बोतल लेकर विधायक पर हमला करने की कोशिश की थी. सूत्रों ने बताया कि प्रदेश भाजपा इन गिरफ्तारियों से संतुष्ट नहीं है और घटना की जांच सीबीआई अथवा एन आई ए से कराना चाहती है. भाजपा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि उसे बंगाल पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है.
इन सभी के बीच कोलकाता हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी गई है. यह याचिका भाजपा राज्य समिति के सदस्य और पूर्व जलपाईगुड़ी जिला अध्यक्ष वापी गोस्वामी की ओर से दायर की गई है. अदालत ने मामले की पहली सुनवाई 14 अक्टूबर को तय की है. बापी गोस्वामी ने अदालत को बताया है कि मुख्य आरोपियों को पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है. राज्य पुलिस की जांच पर उन्हें भरोसा नहीं है. इसलिए इस मामले की सीबीआई -एन आईए की जांच होनी चाहिए. बहरहाल, 14 अक्टूबर को ही पता चलेगा कि अदालत इस संदर्भ में क्या महत्वपूर्ण फैसला लेती है.