October 14, 2025
Sevoke Road, Siliguri
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रास्ते पर ही गाड़ी खड़ी करने वालों पर नहीं करती है कार्रवाई सिलीगुड़ी ट्रैफिक पुलिस!

सिलीगुड़ी ट्रैफिक पुलिस शहर की मुख्य सड़कों के सिग्नल पर तो रहती है, लेकिन बाकी जगह पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को नहीं देखा जाता. ऐसे भीड़भाड़ वाले मार्गों पर वाहन चालकों की मनमानी काफी समय से देखी जा रही है, जो सड़क पर ही गाड़ियां खड़ी कर देते हैं और बिना वजह ट्रैफिक जाम को बढ़ावा देते हैं. इतना ही नहीं, इन गैर जिम्मेदार लोगों के चलते सड़क दुर्घटनाओं का भी खतरा बढ़ जाता है.

सेवक रोड से लेकर हिलकार्ट रोड, वर्धमान रोड और सभी व्यस्त सड़कों पर यह नजारा आप देख सकते हैं. शाम के समय तो जगह-जगह सड़कों पर ही चार पहिया वाहन खड़े करके लोग शॉपिंग करने निकल जाते हैं. यह स्थिति अत्यंत खतरनाक है और सड़क दुर्घटनाओं को न्यौता देती है.लेकिन कदाचित पुलिस प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं रहता है.

आप सिलीगुड़ी ट्रैफिक पुलिस को सिलीगुड़ी की मुख्य सड़कों पर स्थित विभिन्न चौक चौराहों पर ड्यूटी करते देख सकते हैं. लाइट सिग्नल पर तो ये होते ही हैं, जहां उन्हें व्यवस्थित रूप से गाड़ियों को पास कराना होता है. ये जवान अपना काम बखूबी करते भी हैं. लेकिन सिलीगुड़ी के बहुत ऐसे इलाके हैं, जहां सिलीगुड़ी ट्रैफिक पुलिस का वॉलिंटियर भी नहीं होता है और अगर होता भी है तो अधिकांश वाहन चालकों को उसकी मौजूदगी का कोई खौफ नहीं देखा जाता है.

इन दिनों सिलीगुड़ी में ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते बहुत से छोटे बड़े वाहनों को बाजारों के आसपास देखा जा सकता है, जो मुख्य सड़क पर ही गाड़ियां खड़ी कर देते हैं और शॉपिंग करने लग जाते हैं. बाजार कोई भी हो, शाम के समय बाजार में लोगों की भीड़ तो होती ही है. ग्राहक खरीददारी करने आते हैं और वे सड़क पर ही मंडराते रहते हैं. उन्हें सड़क पार करके भी जाना होता है. ट्रैफिक पुलिस को ऐसे समय बाजार के आसपास होना चाहिए. लेकिन पुलिस यहां नहीं होती और इसका लाभ गाड़ी वाले उठाते रहते हैं. उन्हें किसी का जैसे कोई खौफ नहीं होता.

पिछले दिनों जलपाई मोड स्थित बाजार के पास एक दुर्घटना घटते घटते बची. जब एक चार पहिया वाहन काफी देर तक मुख्य पथ पर रुका रहा, जिसके चलते वहां से गुजरने वाली गाड़ियों का जाम सा लग गया. चार पहिया वाहन का चालक गाड़ी रोककर नजदीक स्थित ठेके में जाकर शराब की बोतल खरीद रहा था. आमतौर पर शाम के समय बाजारों में ग्राहकों की भीड़ लग जाती है जबकि इस समय ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी या ड्यूटी करने वाले कर्मी थक चुके होते हैं और वे अपने आसपास देखना भी पसंद नहीं करते हैं.

वर्दवान रोड एक व्यस्त रोड है. यहां वाहनों की आवाजाही लगी रहती है. सड़क पर बाजार भी लगता है. लोग खरीदारी करने आते हैं और सड़क पर ही घूमते रहते हैं. ऐसे में सड़क पर गाड़ी खड़ी करके शॉपिंग करना ग्राहकों के लिए मुसीबत बन जाता है. हर समय दुर्घटना का खतरा बना रहता है. ट्रैफिक पुलिस का ध्यान ऐसे व्यस्त बाजारों और मार्गो के लिए बहुत पहले भी आकर्षित किया गया था. लेकिन ट्रैफिक पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी. स्थिति तो तब ज्यादा खतरनाक बन जाती है, जब दोपहिया या तीन पहिया या चार पहिया वाहन उल्टे रास्ते से प्रवेश करते हैं. ऐसे में पैदल सडक पार करने वालों की जान जोखिम में ही रहती है. जरा सी चूक होने पर एक्सीडेंट होना तय है.

सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस का ट्रैफिक विभाग जैसे शहर की मुख्य सड़कों पर वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करना ही अपना धर्म और अपनी पूरी ड्यूटी समझता है. जबकि ट्रैफिक पुलिस पर दुर्घटना रोकने की भी भारी जिम्मेदारी है. ट्रैफिक पुलिस के कर्मियों को यह भी देखना चाहिए कि वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का सही तरीके से पालन करते हैं या नहीं. यह भी देखना होगा कि कोई वाहन चालक गलत दिशा से एंट्री नहीं करे.

ट्रैफिक विभाग को दुर्घटना से बचाव के लिए उपरोक्त के अलावा और भी कई अन्य कदम उठाने की जरूरत है. इनमें से सिलीगुड़ी के बाजार एरिया में ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाना. खासकर बाजार में, जो सड़क पर स्थित हों. जैसे जलपाई मोड, विधान मार्केट, टाउन बाजार, विवेकानंद रोड बाजार, झंकार मोड, चंपासारी मार्केट, निवेदिता मार्केट, हिलकार्ट रोड और बहुत से ऐसे बाजार है जो भीड़भाड़ वाले सड़क पर ही लगते हैं. यहां ट्रैफिक पुलिस हर समय मौजूद रहनी चाहिए. इससे बाजार के सामने मुख्य सड़क पर गाड़ी खड़ी करने वाले अपनी आदत से बाज आएंगे.

सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस को जल्दी ही इस तरह का अभियान शुरू करने की जरूरत है. ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले लोगों को कठोर से कठोर दंड देने की जरूरत है.

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