बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात मोंथा का व्यापक असर दक्षिणी राज्यों में तो देखा ही जा रहा है. अब बंगाल और खासकर उत्तर बंगाल में यह जनजीवन को प्रभावित करने के लिए तेजी से बढ रहा है. पूर्वी तटीय इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है. तेज हवाओं के साथ गुजरात, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र आदि कई जिलों में बारिश हो रही है. उत्तर बंगाल में इसका प्रभाव 30 अक्टूबर से देखा जा सकेगा.
भारतीय मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान मोंथा के लैंडफॉल को लेकर चेतावनी जारी की है. तटीय राज्यों में भारी बारिश और तेज हवाओं का रेड अलर्ट जारी किया गया है. कहा जा रहा है कि लैंडफॉल के बाद तूफान की रफ्तार 300 किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती है. यह बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों ओर से मौसम को परिवर्तित कर रहा है.
मौसम विभाग की अधिसूचना में कहा गया है कि दार्जिलिंग, कालिमपोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरद्वार जिले में कुछ स्थानों में मोंथा का व्यापक असर 30 अक्टूबर से देखा जा सकेगा जो कि 31 अक्टूबर तक उत्कर्ष पर रहेगा. भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि 30 अक्टूबर को उत्तर बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इसके अलावा बिजली गिरने की भी घटनाएं सामने आ सकती है. जबकि दार्जिलिंग, कालिमपोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरद्वार जिलों में कुछ इलाकों में भारी वर्षा की संभावना बन रही है. यह 7 से लेकर 11 सेंटीमीटर तक हो सकती है.
मौसम विभाग ने बताया है कि इस बात की पूरी संभावना है कि उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर तथा मालदा जिलों में एक या दो स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश हो सकती है. इन इलाकों में बिजली गिरने और मेघ गर्जन की भी घटनाएं हो सकती हैं. मौसम विभाग ने बताया है कि उपरोक्त जिलों में कुछ स्थानों में 30 से लेकर 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती है.
आज मालदा, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर जिलों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश और कहीं-कहीं बिजली भी गिर सकती है. इन इलाकों में मेघ गर्जन और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान लगाया गया है. मालदा उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर तथा जलपाईगुड़ी जिलों में भी यह स्थिति देखी जा सकती है. हालांकि सभी जगह इसका व्यापक असर नहीं होगा.
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को उत्तर बंगाल में हल्की से लेकर मध्यम बारिश के साथ ही कुछ इलाकों में मेघ गर्जन, बिजली गिरने आदि की घटनाएं देखी जा सकती हैं. जबकि दार्जिलिंग, कालिमपोंग, जलपाईगुड़ी, मालदा और उत्तर दिनाजपुर जिलों में एक या दो स्थानों में 7 से लेकर 11 सेंटीमीटर तक भारी बारिश की संभावना है. इन इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. यह स्थिति 31 अक्टूबर तक बनी रह सकती है.
1 नवंबर को उत्तर बंगाल के सभी जिलों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश के बीच बिजली गिरने की घटनाएं कुछ इलाकों में देखी जा सकती हैं. यह स्थिति 2 नवंबर तक जारी रह सकती है. इसके बाद 3 नवंबर को उत्तर बंगाल के लोगों को मोंथा के कहर से मुक्ति मिलने की संभावना है.
मौसम विभाग की ओर से उत्तर बंगाल के लोगों के लिए चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि दार्जिलिंग और कालिमपोंग जिलों में कुछ स्थानों में भूस्खलन की संभावना है. इसके अलावा समतल में बाढ़ की भी स्थिति उत्पन्न हो सकती है. कुछ इलाकों में बिजली व्यवस्था चौपट हो सकती है. खेतों में फसल को नुकसान हो सकता है.
क्या करें? इस पर मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि इस दौरान भूस्खलन संभावित इलाकों में यात्रा करने से बचें. प्रभावित इलाकों में बिजली गिरने अथवा मेघ गर्जन के दौरान अपनी सुरक्षा का ख्याल रखें. इसके अलावा सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं. मौसम विभाग ने कहा है कि लोग जागरुक रहे और आपदा के दौरान किसी भी पेड़, इलेक्ट्रिक पोल आदि के नीचे शरण ना लें और जल स्रोतों से दूरी बनाकर रखें.
