पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर हमेशा से ही सवाल उठते रहे हैं. ऐसा कोई दिन नहीं जाता, जब किसी न किसी महिला या युवती अथवा नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना सामने नहीं आती हो. कोलकाता के नजदीक नरेंद्रपुर इलाके में एक नाबालिग बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म, उसकी सहेली को निर्वस्त्र कर मोबाइल में वीडियो बनाना, सुर्खियों में है.
एक दिन पहले सिलीगुड़ी के नजदीक राजगंज थाना क्षेत्र के बेलाकोआ आउटपोस्ट के अंतर्गत कृष्णचुड़ा मोड इलाके में आदिवासी युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी. आरोपी दो लड़कों ने युवती को उसकी सहेली के घर से उठा लिया और पास के चाय बागान में ले जाकर उसके साथ बर्बरता की. पुलिस ने दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार करके और उन्हें जलपाईगुड़ी जिला अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर ले लिया है.
सिलीगुड़ी में और आसपास के इलाकों में पिछले एक महीने में लगभग 25 ऐसी घटनाएं हुई हैं, जो महिला सुरक्षा पर सवाल उठाते है. हालांकि दुष्कर्म के मामलों में पुलिस त्वरित कार्रवाई करती है, लेकिन आरोपियों के खिलाफ उचित कानून की धाराओं को दर्ज नहीं करती, जिस वजह से आरोपी जेल से जल्द ही जमानत पर छूट जाते हैं. अध्ययन से पता चलता है कि दुष्कर्म के मामले में पीड़िता को बहुत कम इंसाफ मिलता है.
नरेंद्रपुर की रहने वाली दो लड़कियां घूमने का प्लान करके अपने घरों से निकलीं. रास्ते में कुछ लड़के मिल गए जो उन्हें अच्छी तरह जानते थे. उन लड़कों ने दोनों नाबालिग लड़कियों को अपनी बातचीत के जाल में फंसा लिया और मोटरसाइकिल पर बिठाकर इधर-उधर घूमते हुए एक किराए के मकान में पहुंचे, जहां उन्होंने एक लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. जब लड़की ने धमकी दी तो उसका मुंह बंद करने के लिए दुष्कर्मियों ने उसकी सहेली को निर्वस्त्र करके उसके वीडियो बनाए, कहा कि अगर इस घटना की चर्चा किसी से की, तो उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह घटना 20 नवंबर की है. इस मामले को दर्ज करके पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी और एक-एक करके सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस उनसे विस्तृत पूछताछ कर रही है और नाबालिग लड़कियों से भी पूछताछ की जा रही है. राजगंज में घटी आदिवासी युवती के साथ घटना में बताया जा रहा है कि पीड़िता अपनी सहेली के घर शिकारपुर गई थी.
जब वह शिकारपुर पहुंची तो पता चला कि उसकी सहेली दवा लेने बाजार गई थी. घर में कोई नहीं था. उसी समय इलाके के दो लड़के अमित उरांव और गोलाप भूमिज घर में घुस आए और युवती का मुंह ढांपकर उसे खींचते हुए पास के चाय बागान में ले गए, जहां उन्होंने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया. जलपाईगुड़ी जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है और यह पता लगा रही है कि पीड़िता का आरोपियों से पहले से कोई परिचय था या नहीं.
ऐसी बहुत सी घटनाएं हैं, जहां यह पता चलता है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कानून तो बहुत बनाए गए हैं, लेकिन उन कानूनों का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं होता है, जिस वजह से अपराधी कुछ दिनों के बाद जमानत पर छूट जाते हैं और पीड़िता को इंसाफ नहीं मिलता है. बहुत सी महिलाएं तो ऐसी हैं जो अपनी बदनामी के डर से पुलिस तक पहुंच नहीं पाती हैं और खुद अपने स्तर पर मामले से निपटने की कोशिश करती है. जब तक पुलिस ऐसे मामलों में आरोपियों के खिलाफ सही धारा और कानून के पालन में सख्ती नहीं बरतती, तब तक महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े सवाल उठते रहेंगे.
