December 23, 2025
Sevoke Road, Siliguri
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समतल और पहाड़ के टैक्सी चालक विवाद के समाधान का राजू बिष्ट ने दिया ‘मंत्र’!

प्रशासन की उपेक्षा से समतल और पहाड़ के टैक्सी चालकों का विवाद लगातार गहरा होता जा रहा है. हालांकि समतल और पहाड़ के बीच गाड़ियां चल रही हैं, परंतु कब ब्रेक लग जाए, कब पहाड़ और समतल के बीच परिवहन ठप हो जाए, वर्तमान स्थिति में कुछ कहना मुश्किल है.

क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के लिए काफी संख्या में पर्यटक दूर दराज के क्षेत्रों से पहाड़ आते हैं. इस पर्यटन मौसम में अगर समतल और पहाड़ के टैक्सी चालकों का विवाद यूं ही जारी रहा तो न केवल समतल बल्कि पहाड़ का पर्यटन व्यवसाय भी भारी प्रभावित होगा और सबसे ज्यादा टैक्सी चालक प्रभावित होंगे. यही कारण है कि अब इस विवाद के समाधान के लिए दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिष्ट ने पहल की है और उन्होंने प्रशासन से समतल और पहाड़ के टैक्सी चालकों के विवाद का जल्द समाधान ढूंढने की अपील की है.

राजू बिष्ट ने कहा है कि पहाड़ और मैदानी भाग के टैक्सी चालकों के समन्वय से ही पर्यटन व्यवसाय समृद्ध होता है. दोनों पर्यटन की धुरी की तरह हैं. अगर उनमें से एक भाग लड़खड़ा जाए तो पर्यटन उद्योग पर इसका भारी असर पड़ता है. इसलिए पहाड़ और मैदानी भागों के टैक्सी चालकों को आपसी सहयोग बनाए रखना चाहिए तथा समस्या के समाधान के लिए आपसी संवाद और प्रशासनिक हस्तक्षेप भी जरूरी है.

उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार की नीतियों के कारण टैक्सी चालकों का समतल से लेकर पहाड़ तक शोषण हो रहा है. उन पर अनावश्यक परमिट का दबाव डाला जाता है. उपकरणों के नाम पर उनसे पैसे वसूले जाते हैं. समतल हो या पहाड़, सब जगह टैक्सी चालकों से अवैध वसूली होती है. सड़क हो, हाईवे, पर्यटन स्थल सब जगह उनका शोषण हो रहा है. वे उत्पीड़न, जबरन वसूली, तोला बाजी और धमकियों के शिकार हो रहे हैं. लेकिन प्रशासन को उनकी कोई चिंता नहीं है.

राजू बिष्ट ने समतल और पहाड़ के टैक्सी चालकों की परस्पर एकता की वकालत की है. इन दिनों पहाड़ के टैक्सी चालक भी जीटीए की नीतियों से परेशान हैं. उन्होंने प्रशासन को चेताते हुए कहा है कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में टैक्सी चालकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इसलिए उनकी समस्याओं और मांगों पर तुरंत विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने दार्जिलिंग प्रशासन और GTA को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जल्द ही इसका समाधान नहीं ढूंढा गया तो समतल और पहाड़ के टैक्सी चालकों के बीच फासला और बढ़ेगा और इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा.

राजू बिष्ट ने समतल और पहाड़ के टैक्सी चालकों के बीच गहराते विवाद के समाधान का एक रास्ता सुझाया है. प्रशासन को जरूर इस पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा है कि जीटीए तथा दार्जिलिंग प्रशासन अविलंब समतल और पहाड़ के टैक्सी चालकों के प्रतिनिधि मंडल की बैठक बुलाए. लेकिन इसमें केवल पहाड़ और समतल की ड्राइवर यूनियनों के प्रतिनिधि ही शामिल नहीं हो, बल्कि पर्यटन क्षेत्र तथा होटल व्यवसाय से जुड़े लोग और विशेषज्ञ भी शामिल हों.

इसके जरिए राजू बिष्ट यह बताना चाहते हैं कि पहाड़ और समतल की ड्राइवर यूनियन की बैठक अब तक इसलिए सफल नहीं हो सकी है कि उसमें पर्यटन क्षेत्र तथा होटल व्यवसाय से जुड़े विशेषज्ञों ने भाग ही नहीं लिया. यह विशेषज्ञ ही पर्यटन का महत्व और टैक्सी चालकों के परस्पर हित और एकता के महत्व की बात बताएंगे. दोनों जब एक दूसरे का सहयोग करेंगे तो प्रशासनिक हस्तक्षेप से विवाद का तुरंत समाधान निकल आएगा. अब देखना है कि राजू बिष्ट के टैक्सी विवाद के समाधान के इस मंत्र का दार्जिलिंग जिला प्रशासन क्या जवाब देता है.

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