आपके पास कोई भी वाहन हो, जैसे ट्रक, टैक्सी, कार, बस आदि. अगर आपने उस पर कुछ ऐसा लिखा है तो पुलिस आपके खिलाफ एक्शन ले सकती है!
आपने खासकर ट्रकों के पीछे लिखे हुए कुछ आकर्षक, चटपटे और द्विअर्थी संवाद वाले अश्लील संदेश देखा होगा. नौका घाट के पास शक्तिमान टाइप का एक ट्रक जलपाई मोड की ओर जा रहा था. ट्रक के पीछे लिखा था, चलती है क्या तू खंडाला… मोटे मोटे अक्षर में इसे लिखा गया था. मानो ट्रक चालक संदेश को लोगों को दिखाना और पढवाना चाहता था. नौकाघाट ट्रैफिक पोस्ट के पास खड़े कुछ लोगों की नजर उस पर पड़ी. वहां कुछ महिलाएं भी गाड़ी के इंतजार में खड़ी थीं. उनकी भी नजर उस पर पड़ी तो वे शर्मा गई. आसपास खड़े लोग भी हंस रहे थे और आपस में अश्लील संदेश की ही चर्चा कर रहे थे…
हालांकि यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है. आमतौर पर छोटे बड़े लगभग सभी ट्रकों के पीछे इस तरह के लिखे अश्लील वाक्य देख सकते हैं. उदाहरण के लिए चलती है क्या तू… एक फूल दो माली… जानेजिगर मिलते हैं रात में… कभी-कभी तो पढ़कर आदमी खुद ही शर्मिन्दगी में डूब जाता है. जैसे उसने ही यह लिखा हो. इसका लोगों पर अच्छा असर नहीं पड़ता है. समाज में एक गलत संदेश जाता है. ट्रक वाले तो मनोरंजन के हिसाब से ऐसा लिखवाते हैं. परंतु व्यक्ति और समाज के लिए यह नकारात्मक परिणाम लाता है. इससे समाज में व्यभिचार और छेड़छाड़ को बढ़ावा मिलता है.
सवाल है कि जब इससे समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है तो फिर पुलिस प्रशासन इसकी खबर क्यों नहीं लेता है! अब तक तो ऐसा ही देखा गया है. चाहे ट्रक पर कुछ भी लिखा हो, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है. पर अब पुलिस प्रशासन ने ऐसे अश्लील शब्द या वाक्य लिखवाने वाले ट्रक चालकों अथवा ट्रक मालिकों को चेतावनी दे दी है. कोलकाता में तो पुलिस ने ऐसे भड़काऊ और अश्लील संदेश पाए जाने पर ट्रक के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. एक संदेश में कोलकाता पुलिस ने कहा है कि अगर किसी भी लिंग, जाति अथवा धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले अश्लील अथवा अपमानजनक पोस्टर,संदेश या तस्वीर वाहनों पर पाई जाती है तो पुलिस वाहन मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करेगी.
सिलीगुड़ी में भी पुलिस प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है. जनता से अपील की गई है कि अगर किसी ट्रक अथवा वाहन के पीछे इस तरह के अश्लील वाक्य या चित्र, पोस्टर आदि लिखे मिले तो फौरन पुलिस को सूचित किया जाए. पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. आपको बताते चलें कि दो ट्रकों को पुलिस ने रोका था. उन ट्रकों के पीछे महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी लिखी गई थी. हालांकि वे द्विअर्थी संवाद थे. पुलिस ने चेतावनी के तौर पर ड्राइवर को उन्हें ढकने के लिए कह कर छोड़ दिया था.
कानून के जानकार मानते हैं कि इस तरह के कमेंट समाज में गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं और अपराधी तत्वों को बढ़ावा देते हैं. इसलिए कानून में इसे जुर्म माना गया है. इसके लिए जुर्माना अथवा सजा का भी प्रावधान है. चाहे कार में लिखा हो या ट्रक या किसी भी तरह का वाहन हो, सब पर सजा का प्रावधान है. सिलीगुड़ी के लोग भी स्वस्थ समाज के लिए पुलिस प्रशासन से इस तरह की पहल की उम्मीद कर रहे हैं. क्योंकि हाल के दिनों में यहां ट्रकों के पीछे ऐसे गलत तथा अश्लील संदेश अधिक लिखे मिल रहे हैं.
पुलिस को अपने फेसबुक पेज अथवा वेब चैनल के जरिए जनता में जागरूकता फैलाने की जरूरत है. कुछ कार अथवा टैक्सी पर भी भड़काऊ अश्लील संवाद लिखे होते हैं. सिलीगुड़ी पुलिस को चाहिए कि समाज को दूषित करने वाले ऐसे तत्वों के खिलाफ चेतावनी और जरूरत पड़े तो उन्हें सबक सिखाने के लिए भी तैयार रहे.