सिक्किम पहला ऐसा राज्य है, जहां संपूर्ण रूप से ऑर्गेनिक खेती की जाती है.ऑर्गेनिक खेती का मतलब कृषि में रासायनिक खादों का उपयोग नहीं करना तथा गोबर और प्राकृतिक तरीके से खेती करना. इसको विशुद्ध खेती भी कह सकते हैं. क्योंकि ऑर्गेनिक खेती में प्राप्त उत्पाद शुद्धता की गारंटी माने जाते हैं.
सिक्किम सरकार अपने सरकारी कर्मचारियों के हित में लगातार कदम उठाती रही है. सिक्किम पहला ऐसा राज्य है जहां महिला और पुरुष सरकारी कर्मचारियों को संतान उत्पन्न करने की ढेर सारी सुविधाएं दी जा रही है. इसके अलावा सिक्किम में आमा योजना पहले से ही चल रही है, जिसके तहत गरीब और निराश्रित महिलाओं को एक वित्तीय आधार मिला है. सिक्किम को उसके उत्कृष्ट योगदानों के लिए केंद्र सरकार और विभिन्न संगठनों के द्वारा कई पुरस्कार मिल चुके हैं.
समाज, संस्कृति, परंपरा के बाद सिक्किम सरकार ने यहां के नौजवानों की शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम रखा है. पूर्वोत्तर राज्यों में सिक्किम पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां जैविक कृषि विश्वविद्यालय खुलेगा. सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सोरेंगे जिले के मोंडेगांव में सिक्किम जैविक कृषि विश्वविद्यालय की आधारशिला रख दी है. सिक्किम के लिए इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि पहले सिक्किम ऑर्गेनिक स्टेट बना और अब उसी स्टेट में जैविक कृषि विश्वविद्यालय स्थापित होने जा रहा है.
सिक्किम के नौजवान पढ़ाई करने के लिए देश के बड़े-बड़े शहरों और विदेशों में जाते हैं. क्योंकि सिक्किम में अभी तक कोई विशिष्ट शिक्षा केंद्र स्थापित नहीं हो सका है. अब इस जैविक कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना से सिक्किम के छात्र-छात्राएं राज्य में ही विशिष्ट पढ़ाई कर सकेंगे. सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि सिक्किम के सैकड़ो छात्र कृषि और बागवानी के अध्ययन के लिए राज्य से बाहर जाते हैं. उन्हें अपने राज्य में ही यह सभी सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी.
आपको बताते चलें कि सिक्किम विधानसभा ने इस साल की शुरुआत में सिक्किम जैविक कृषि विश्वविद्यालय अधिनियम 2023 पारित किया था. जैविक कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना से छात्र उद्यानिकी, वानिकी,परंपरागत खेती और रसायन मुक्त खेती कर सकेंगे. इसके अलावा जैविक खेती से जुड़े कोर्सों में वे दाखिला ले सकेंगे. छात्रों को बीएससी, एमएससी, पीएचडी और डिग्री पाठ्यक्रम में जैविक शोध और सभी कुछ करने को मौका मिलेगा. इसके साथ ही यहां के लोगों को रोजगार के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त होगी.
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा है कि विश्वविद्यालय के शुरू होने से मोंडेगांव क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को काफी बढ़ावा मिलेगा. मुख्यमंत्री ने संकेत दिया है कि यह कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है. 1 साल के अंदर बुनियादी ढांचा तैयार होगा. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को काफी रोजगार मिलेगा और उन्हें आत्मनिर्भरता प्राप्त होगी.