एक वक्त था जब सिलीगुड़ी और पूरे बंगाल में काला जादू का लोगों पर काफी आतंक था. काला जादू के नाम से लोग खासकर महिलाएं उछल पड़ती थी. बच्चों की सिटी पिट्टी गुम हो जाती थी. यहां तक कि उस जमाने में कई लोग घर छोड़कर चले जाते थे. काला जादू बता लोगों के घरों से दुख दरिद्र दूर करने का दावा करने वाले तब बहुत से तांत्रिक और बाबा घूमते रहते थे. लेकिन जैसे-जैसे वक्त बीतता गया तथा लोगों में शिक्षा और जागरूकता आती गई, उसके बाद काला जादू का प्रभाव भी कम होता चला गया.
आज समय पूरी तरह बदल चुका है. विज्ञान और शिक्षा का काफी विकास हुआ है. परंतु इन सब के बावजूद आज भी सिलीगुड़ी के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कुछ पढ़े लिखे और कुछ अनपढ़ लोग काला जादू के प्रभाव में आ जाते हैं तथा ढोंगी बाबाओ की शरण में चले जाते हैं. अगर आप सिलीगुड़ी अथवा बस्ती क्षेत्र में रहते हैं तो आपके घर के आसपास ऐसे तथाकथित ढोंगी बाबा जरूर भटकते नजर आएंगे,जो आपके घर की समस्या बात कर चुटकियों में समाधान करने का दावा करते हैं. परंतु ऐसे बाबाओ से होशियार रहिए.ये ढोंगी बाबा आपका बेडा गर्क कर सकते हैं.
समय-समय पर सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ऐसे ढोंगी बाबाओ का नकाब उतारती रहती रहती है. ऐसे ढोंगी बाबाओ की जानकारी पुलिस को दीजिए. प्रधान नगर थाना की पुलिस ने एक ऐसे ही ढोंगी बाबा को सलाखों के पीछे पहुंचाया है, जिसने काला जादू का डर दिखाकर कई परिवारों से काफी कुछ ठग लिया था. जेल में बंद ढोंगी बाबा का नाम मोहम्मद जहीरुल है. पुलिस ने ढोंगी बाबा के चेले को भी गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेल में बंद ढोंगी बाबा मोहम्मद जहीरुल बिहार के किशनगंज का रहने वाला है. उसने मेहनत करके कमाने के बदले सीधे-साधे लोगों को ठगने का रास्ता चुना और सिलीगुड़ी आ गया. यहां उसने अपने लिए बाबा का गेट अप तैयार किया. वेशभूषा,कपड़े लते सब कुछ उसने बाबा का बनवा लिया. खुद को उसने काला जादू और तांत्रिक के रूप में प्रचारित करवाया. बताया जाता है कि जो कोई एक बार उसके संपर्क में आ जाता तो वह उसका ब्रेन वाश कर देता था. फिर वह व्यक्ति वही करता जैसा वह उससे चाहता था.
मोहम्मद जहीरुल को 3 विद्याओं का ज्ञान था. घर शांति, पारिवारिक शांति और काला जादू. यह उसने अपने चेलों के जरिए प्रचारित करवाया था. ढोंगी बाबा के चेले सिलीगुड़ी और आसपास के क्षेत्र में दिन भर घूमते रहते थे और शिकार की तलाश करते रहते थे. वह लोगों को ढोंगी बाबा से संपर्क करने की सलाह देते थे. ढोंगी बाबा के बारे में बड़ी-बड़ी बातें कह कर लोगों को प्रभावित करने में माहिर चेले शिकार को खुद बाबा की शरण में ले आते थे. और एक बार कोई बाबा की शरण में चला जाता था तो बाबा उसका ब्रेन वाश करके उसके घर में पहुंच जाता था और वहां से स्वर्ण आभूषण, पैसा आदि बटोर कर लाता था.
धीरे-धीरे ढोंगी बाबा का ढोंग भी सामने आता चला गया. कुछ लोगों के सामने ढोंगी बाबा की कलई खुलने लगी तो उन्होंने उसकी पुलिस में शिकायत करने का फैसला किया. 29 अगस्त को सालबाड़ी के रहने वाले दरजी लामा नामक एक व्यक्ति ने प्रधान नगर थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज करवाई. दरअसल इस व्यक्ति के घर में ढोंगी बाबा ने अपनी पैठ बना ली थी तथा उसके जेवरात पर हाथ साफ कर लिया था. उसके बाद से वह फरार हो गया था. दर्जी लामा की शिकायत के आधार पर प्रधान नगर थाने की पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया और ठग ढोंगी बाबा की तलाश शुरू कर दी. उसे पकड़ने के लिए प्रधान नगर थाने की पुलिस ने एक टीम बनाई और अपने मुखबिर लगा दिए. इसी बीच मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने ढोंगी बाबा को घेर कर पकड़ लिया.
ढोंगी बाबा को थाने लाकर पुलिस ने उससे विस्तृत पूछताछ की. इसके साथ ही पुलिस ने दर्जी लामा के जेवरात के बारे में भी पूछा. उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. मोहम्मद जहीरुल ने बताया कि दर्जी लामा के उड़ाए गए जेवरात को उसने राजीव पाल नामक एक सोना विक्रेता को बेच दिया था. पुलिस ने उसके बयान के आधार पर उक्त व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया, जिसने उससे चोरी का सोना खरीदा था. इसके बाद दोनों आरोपियों को अदालत में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.खबर समय अपने सभी चाहने वालों को इस घटना के जरिए सावधान करता है कि ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रहे और किसी भी ढोंगी तथा अजनबी बाबा को अपने घर में शरण ना दें!