पंचायत चुनाव में जीत के लिए तृणमूल को बहाना पड़ रहा पसीना!
कहने को तो पंचायत चुनाव है. परंतु इसकी तैयारी देख कर ऐसा लगता है कि राज्य में पंचायत चुनाव ना होकर यह विधानसभा
कहने को तो पंचायत चुनाव है. परंतु इसकी तैयारी देख कर ऐसा लगता है कि राज्य में पंचायत चुनाव ना होकर यह विधानसभा
कूचबिहार और अलीपुरद्वार पंचायत चुनाव का रण क्षेत्र बन चुका है. यहां भाजपा तृणमूल कांग्रेस को कड़ी टक्कर दे रही है. पहले ममता
आप इस खबर से चौंक मत जाइए. जुलाई महीना शुरू हो गया है. बैंकों में लगभग 15 दिनों की छुट्टियां रहेंगी. यहां आपके
सिलीगुड़ी और आसपास के क्षेत्रों के हजारों मजदूर सिर पर हाथ रख कर बैठ गए हैं. एक तो मौसम ने उनके पेट पर
ऐसा लगता है कि सिलीगुड़ी शहर को अभी पेयजल संकट से निदान नहीं मिलने वाला है. सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत सभी वार्ड
पंचायत चुनाव को लेकर राज्य में हिंसा का दौर जारी है. सिलीगुड़ी के आसपास के इलाकों में बारिश के बीच उम्मीदवार तथा पार्टी
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस इन दिनों दार्जिलिंग में विभिन्न दलों के नेताओं से मिल रहे हैं.भाजपा नेता राजू बिष्ट राज्यपाल
पंचायत चुनाव में केंद्रीय बलों की तैनाती के मामले में पश्चिम बंगाल सरकार और चुनाव आयोग को मुंह की खानी पड़ी है. पहले
सिलीगुड़ी शहर 3 अंतरराष्ट्रीय देशों की सीमा पर स्थित है. एक तरफ बांग्लादेश तो दूसरी ओर भूटान और नेपाल का खुला द्वार है.
शेयर बाजार ऐतिहासिक ऊंचाई पर है. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने ऐतिहासिक ऊंचाई हासिल की है. बुधवार को शेयर बाजार में कारोबार के