शिवलोक से ‘सिलीगुड़ी'(धरती) पधारीं मां दुर्गा!
रात्रि के अंतिम पहर में सन्नाटे को चीरते हुए जब सिलीगुड़ी के मंदिरों और देवालयों के घंटे बजने लगे तथा चौराहों पर जहां-तहां
रात्रि के अंतिम पहर में सन्नाटे को चीरते हुए जब सिलीगुड़ी के मंदिरों और देवालयों के घंटे बजने लगे तथा चौराहों पर जहां-तहां
सिलीगुड़ी के आसपास निकट भविष्य में बिल्डिंग निर्माण के कई प्रोजेक्टों की सूची तैयार कर ली गई है. इनमें से ज्यादातर प्रोजेक्ट जलपाईगुड़ी
सिक्किम में बर्फबारी हुई है आगे भी होगी. जिस तरह का मौसम यहां दिख रहा है, उसके अनुसार यह कह सकते हैं कि
सितंबर गुजरा और आज 1 अक्टूबर है. आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है. क्योंकि आज से कई बदलाव होने जा रहे हैं, जिनका
पहाड़ बंद से किसको क्या और कितना नुकसान हुआ? इससे बड़ी और महत्वपूर्ण बात तो यह है कि चाय बागान श्रमिकों को क्या
2 दिन बाद दुर्गा पूजा शुरू हो जाएगी. लेकिन कल से ही सिलीगुड़ी के बाजार में सब्जियों एवं फलों की कीमतों में भारी
उत्तर बंगाल और सिक्किम की जीवन रेखा कही जाने वाली तीस्ता नदी में हर साल बाढ़ आती है और बाढ़ से एक तरफ
अगर मौसम ठीक-ठाक रहा और मुख्यमंत्री की यात्रा में अचानक कोई परिवर्तन नहीं हुआ तो कल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सिलीगुड़ी आ सकती हैं.
सिलीगुड़ी के प्रत्येक टोटो चालक की पहचान सुनिश्चित की जा रही है.अब कोई भी टोटो चालक अकेली किसी महिला अथवा यात्री के साथ
लगातार बारिश से अस्त व्यस्त सिलीगुड़ी को आज एक और बड़ा झटका लगा, जब सिलीगुड़ी के वक्ष स्थल विधान मार्केट में आग लगने