दुर्गा पूजा को लेकर सिलीगुड़ी टू कोलकाता टिकट के लिए मारामारी!
दुर्गा पूजा में सिलीगुड़ी से कोलकाता और कोलकाता से सिलीगुड़ी यात्रियों का आवागमन अत्यधिक बढ़ जाता है. हालत यह हो जाती है कि
दुर्गा पूजा में सिलीगुड़ी से कोलकाता और कोलकाता से सिलीगुड़ी यात्रियों का आवागमन अत्यधिक बढ़ जाता है. हालत यह हो जाती है कि
क्या आप महसूस करते हैं कि आपके आसपास कुछ विचित्र घट रहा है? कभी जलवायु परिवर्तन का एहसास तो कभी विश्व के किसी
दार्जिलिंग पहाड़ के क्षेत्रीय दलों की राजनीति गोरखालैंड से शुरू होती है और हवा के रुख को भांपते हुए समय और स्थान के
एक हफ्ते में एक पर एक 90 लड़कियों की बरामदगी के बाद अब इसमें कोई संदेह नहीं रह जाता है कि सिलीगुड़ी और
आज सेवक रोड पर चलने वाले टोटो वालों ने खूब कमाई की. वे गाड़ी भर भर कर सवारी ले जा रहे थे. क्योंकि
बांग्ला भाषा को लेकर सिलीगुड़ी की दुकानों और प्रतिष्ठानों से शुरू हुआ यह सफर बहुत जल्द सिलीगुड़ी नगर निगम की कार्यवाही तक परवान
हाई कोर्ट को क्यों करनी पड़ी यह टिप्पणी. निजी अस्पताल और नर्सिंग होम की सेवाओं के बारे में तो सभी जानते हैं. पर
लगभग 8-10 लाख की आबादी वाले सिलीगुड़ी शहर में विकास के नए-नए रास्ते खुलते जा रहे हैं. तीन देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर
सिलीगुड़ी में आए दिन ट्रैफिक पुलिस और वाहन चालकों के बीच चालान भरने को लेकर वाद विवाद होता रहता है. कभी-कभी काफी गरमागरमी