मुर्शिदाबाद में पुलिस मूक दर्शक बनी रही और हुमायूं कबीर ने बाबरी मस्जिद का शिलान्यास कर ही दिया. इसे लेकर बीजेपी और टीएमसी में घमासान मच गया है. टीएमसी ने पहले ही हुमायूं कबीर को पार्टी से निलंबित कर रखा है. ऐसे में टीएमसी इससे पल्ला झाड़ रही है.
इस बात की संभावना जताई जा रही थी कि पुलिस हुमायूं कबीर को गिरफ्तार कर लेगी.लेकिन ऐसा हुआ नहीं. अपने भारी समर्थकों के बीच हुमायूं कबीर ने बाबरी मस्जिद का शिलान्यास कर दिया. इस दौरान समारोह स्थल पर कुछ देर के लिए भगदड़ जैसी स्थिति भी बन गई थी. जिले के विभिन्न हिस्सों से उनके समर्थक सर पर ईंट लेकर जाते हुए दिख रह रहे थे. हालांकि इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
उधर हुमायूं कबीर के इस कार्यक्रम के जवाब में बहरमपुर में भाजपा नेता ने राम मंदिर निर्माण के लिए शिला पूजन भी किया है. बरहमपुर के मनेंद्रनगर क्षेत्र में पूर्वाषा क्लब के मैदान में भाजपा नेता श्री सरकार के द्वारा इसका आयोजन किया गया था. इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किए गए हैं. हुमायूं कबीर ने बेलडांगा के मोरदिघी इलाके में 25 बीघा भूमि पर प्रस्तावित बाबरी मस्जिद की आधारशिला रखी है.
एक दिन पहले कोलकाता हाई कोर्ट ने इस मसले में हाथ डालने से मना कर दिया था और कहा था कि यह विषय उनका नहीं है. हुमायूं कबीर ने कोलकाता हाई कोर्ट के फैसले का स्वागत किया था और खुशी जताई थी. आज उनके द्वारा शिलान्यास कार्यक्रम के बाद प्रदेश की राजनीति में तूफान उठ खड़ा हुआ है. मुर्शिदाबाद में भारी तनाव देखा जा रहा है. हालांकि पुलिस प्रशासन पूरे मामले पर सतर्क दृष्टि अपनाए हुए है.
इस कार्यक्रम को लेकर प्रदेश भाजपा में तूफान उठ खड़ा हुआ है. कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर चिंता जताई जा रही है. भाजपा नेता अमित मालवीय का सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राजनीतिक लाभ के लिए यह सब करवा रही है. उन्होंने कहा है कि हुमायूं कबीर के समर्थक मस्जिद निर्माण के लिए ईंट लेकर घूम रहे हैं. हुमायूं कबीर का दावा है कि उन्हें पुलिस का समर्थन मिल रहा है.
अमित मालवीय ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर यहां स्थिति बिगड़ती है तो इसका असर नेशनल हाईवे 12 पर पड़ना तय है. राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होगी और राष्ट्रीय सुरक्षा को भी भारी खतरा होगा. उधर भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा है कि हुमायूं कबीर को टीएमसी फ्रीलांसर की तरह इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह पूरा प्रोजेक्ट धार्मिक नहीं, राजनीतिक हो गया है, जिसका एकमात्र उद्देश्य है भावनाएं भड़काना और वोट बैंक को मजबूत करना.
टीएमसी ने भाजपा को पलट कर जवाब देते हुए हुमायूं कबीर को भाजपा का ही एजेंट बता दिया. टीएमसी की ओर से कहा जा रहा है कि हुमायूं कबीर भाजपा और आरएसएस की मदद से जिले में अशांति फैलाने की योजना बना रहे हैं. टीएमसी ने कहा है कि मुर्शिदाबाद के लोग शांति प्रिय हैं और किसी भी तरह की अशांति को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
हालांकि मुर्शिदाबाद में शांति तो है, लेकिन यह शांति राख में बुझी अग्नि की तरह है, जो कभी भी भड़क सकती है. अब देखना है कि पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार संभावित जटिलताओं से निपटने के लिए क्या कदम उठाती है!

