अगर आपको कहीं जाना हो तो जरूरी नहीं कि घर के सभी लोग एक साथ जाएं. घर में किसी न किसी को जरूर रखें. अन्यथा घर में हो सकती है चोरी. यह मत समझिए कि बस 2 घंटे में आ जाएंगे. 2 घंटे के भीतर भी आपका घर चोर खाली कर सकते हैं. दरअसल सिलीगुड़ी में चोरों का गिरोह सक्रिय हो गया है. यह आपके इलाके में भी हो सकते हैं और चुपचाप आपके घर पर निगरानी रख सकते हैं. भिखारी के वेश में अथवा सामान बेचने या अन्य तरीके से यह आपके घर में घुस सकते हैं और घर की पृष्ठभूमि को बड़ी आसानी से समझ सकते हैं.
सूत्रों ने कहा कि सिलीगुड़ी में अलग-अलग इलाकों में सक्रिय गिरोह के चोर सदस्य बड़े ही शातिर व चालाक हैं, जो आपके मन के भाव को पढ़कर आपके घर का सारा हाल ले सकते हैं. इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि कभी भी ऐसे लोगों को घर के आसपास फटकने ना दें और उनसे सावधान रहें. शक होने पर पुलिस को सूचना दें और घर में ताला लगाकर इधर-उधर जाने की भूल न करें.
पिछली रात से सिलीगुड़ी का मौसम कुछ शांत बना रहा है. आज दिन में धूप भी देखी गई. गर्मी भी थी.लेकिन पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश और जल जमाव से जनजीवन अस्तव्यस्त रहा. ऐसे में चोरों ने चोरी के लिए उपयुक्त समय समझकर सिलीगुड़ी के विभिन्न इलाकों में दो से अधिक चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है.
यूं तो सिलीगुड़ी में मोबाइल चोरी अथवा अन्य छोटी बड़ी वारदात होती रहती है. पर चोरी की यह वारदात इसलिए खास है कि चोरों ने उस जगह सेंध लगाई है, जहां आमतौर पर किसी की नजर नहीं जा सकती थी. दोनों ही वारदातों में चोरों ने घर में रखे गहनों पर हाथ साफ किया है. चंपासारी की वारदात इसलिए खास है कि घर के मालिक ने घर के कीमती जेवर को बच्चों के टेडीवीयर में छिपा कर रखा था. टेडीवीयर एक तरह के खिलौने होते हैं, जिनसे बच्चे खेलते हैं.ऐसे में चोरों को कैसे पता लगा कि टेडीवीयर में गहने छुपाए गए हैं.
सिलीगुड़ी के मध्य शांति नगर, बहू बाजार इलाके में चोरी की वारदात में चोरों ने बड़ी ही आसानी से उस घर का माल असबाब लूट लिया, जिस घर में कोई नहीं था. यह घटना रविवार की है. उस समय घर के लोग किसी काम से बाहर गए थे. रात में लौटे तो घर का दरवाजा खुला हुआ मिला. अंदर सारी चीजें अस्त-व्यस्त थीं. उन्होंने समझ लिया कि घर में चोरी की वारदात हुई है. स्थानीय लोगों ने बताया कि इस इलाके में आए दिन चोरी की वारदात होती है. पिछले एक हफ्ते में यहां तीन-तीन चोरी की वारदात हो चुकी है.
सूत्रों ने बताया कि यहां चोरों का गिरोह सक्रिय है. इस गिरोह में शामिल कुछ लोग यह पता लगाते रहते हैं कि कौन सा घर बंद है. अथवा घर के लोग घर छोड़कर कहां गए हैं. इसका फायदा उठाकर चोर घर में घुस आते हैं और बड़ी सावधानी से चोरी की घटना को अंजाम देते हैं. इस वारदात में भी ऐसा ही हुआ है. जब घर के लोग किसी काम से बाहर चले गए, उसी समय चोर घर में घुस आए और घर में रखे हार, कान की बाली समेत लगभग 6-7 थान सोने के गहने और नगद ₹10000 लेकर चंपत हो गए. स्थानीय लोगों का कहना है कि मध्य शांति नगर इलाके में चोरी की घटनाएं आम बात है. यह इलाका आशीघर पुलिस चौकी के अंतर्गत आता है. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.
चंपासारी इलाके में शनिवार की देर रात घटना घटी. चंपासारी अंचल में स्थित एक मकान में रहने वाले लोग परिवार समेत दिन में 1:00 बजे किसी आवश्यक कार्य से बाहर चले गए थे. जब रात्रि लगभग 10:30 बजे लौटे तो घर अस्त व्यस्त हालत में दिखा. खिड़की को तोड़ चोर घर में घुस आए थे. घर की अवस्था ही बता रही थी कि घर में चोरी हुई है. मकान मालिक ने बताया कि घर में रखे दो कीमती हार, टाइटन घड़ी, श॔खा पोला इत्यादि की चोरी हुई है. इसके अलावा पीतल का सामान भी गायब है. घर की अलमारी भी खाली मिली.
घर के स्वामी ने घटना की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करा दी है. पुलिस ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की है. सबसे बड़ी बात यह है कि इन गहनों को टेडीवीयर में छुपाया गया था. लेकिन चोरों को इसका पता चल गया और उन्होंने इस पर हाथ साफ कर लिया. आशंका व्यक्त की जा रही है कि चोर पहले भी इस घर में आते जाते रहे होंगे. तभी उन्हें इस घर की पूरी जानकारी थी. दोनों ही मामले एक से हैं और दोनों ही मामलों में घर बंद पाया गया. सिलीगुड़ी के अलग-अलग इलाकों में स्थित दोनों ही घरों में गहनों की ही चोरी हुई है. चोरों ने बड़ी आसानी से हाथ साफ किया है. सवाल उठता है कि क्या दोनों ही चोरी की वारदातों को चोरों के एक ही ग्रुप ने अंजाम दिया है?
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