सिलीगुड़ी, 4 अगस्त: तृणमूल कांग्रेस द्वारा संचालित सिलीगुड़ी महकमा परिषद को बीजेपी ने “भ्रष्टाचार की जननी” कहकर निशाना साधा। बीजेपी का आरोप है कि शासक दल ने महकमा परिषद को पार्टी कार्यालय में तब्दील कर दिया है। परिषद के किसी भी स्तर पर विपक्ष की राय को कोई महत्व नहीं दिया जा रहा है, ऐसा आक्रोश व्यक्त किया सिलीगुड़ी महकमा परिषद में विपक्ष के नेता अजय उरांव ने।
उन्होंने बताया कि परिषद की बैठक के लिए शाम 4 बजे का समय तय किया गया था, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही दोपहर 2 बजे बैठक खत्म कर दी गई। उनका आरोप है कि वे आदिवासी समुदाय से आते हैं, इसलिए उन्हें जानबूझकर नजरअंदाज किया जा रहा है।
इस घटना को लेकर आज बीजेपी की ओर से सिलीगुड़ी महकमा परिषद के खिलाफ एक विरोध रैली आयोजित की गई। यह रैली कंचनजंघा स्टेडियम के सामने से शुरू होकर महकमा परिषद कार्यालय तक गई। कार्यालय के सामने बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
हालांकि पुलिस ने रैली को रोकने की कोशिश की, फिर भी बीजेपी का एक प्रतिनिधि मंडल परिषद कार्यालय जाकर ज्ञापन सौंपने में सफल रहा। अजय उरांव ने कहा, “हम न्याय की मांग को लेकर लड़ रहे हैं। आदिवासी प्रतिनिधि होने के कारण हमें बार-बार उपेक्षित किया जा रहा है। इसके खिलाफ हमारा लोकतांत्रिक आंदोलन जारी रहेगा।