क्या राष्ट्रपति बेरोजगार हुए शिक्षकों को इच्छा मृत्यु की अनुमति देगी ?
रोटी, कपड़ा और मकान यह वह जरूरत है, जिसकी बिना इंसान जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता है और इसी तीनों जरूरत को पूरा करने के लिए इंसान कड़ी से कड़ी मेहनत करता है | यदि मेहनत से सिर्फ काम बन जाता तो पढ़ाई लिखाई का कोई महत्व नहीं होता, लेकिन मेहनत के साथ […]