April 2, 2025
Sevoke Road, Siliguri
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केंद्र सरकार सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना की घोषणा कर सकती है? उत्तर बंगाल के भाजपा विधायक दिल्ली जाएंगे!

सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना की मांग लगातार जोर पकड़ती जा रही है. एक बार फिर से दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिष्ट ने सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना को लेकर संसद में अपनी आवाज बुलंद की है. उनके सुर में सुर मिलाते हुए उत्तर बंगाल के भाजपा विधायक एम्स स्थापना के लिए केंद्र पर दबाव बढ़ाने के लिए दिल्ली जा रहे हैं. वे दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर अपनी बात रखेंगे.

सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना की मांग काफी समय से की जा रही है. सिलीगुड़ी के भाजपा विधायक शंकर घोष भी कई बार केंद्र को पत्र लिख चुके हैं. वास्तव में सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में ऐसा कोई चिकित्सा संस्थान नहीं है, जहां जटिल बीमारियों का बेहतर इलाज होता है. इसके अलावा संसाधनों की भी भारी कमी है. सिलीगुड़ी में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल तो है, परंतु इस अस्पताल में आज भी आधुनिक चिकित्सीय सुविधाओं की भारी कमी है, जिसके चलते सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों के मरीजों को चिकित्सा के लिए कोलकाता अथवा दक्षिण भारत के राज्यों में जाना पड़ता है. इससे रोगियों को भारी परेशानी होती है.

सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में अधिकतर गरीब लोग रहते हैं, जिन्हें इलाज के लिए सिलीगुड़ी से बाहर कोलकाता अथवा दक्षिण भारत के राज्यों में जाना आसान नहीं होता है. इसमें काफी पैसा भी लगता है. इसके साथ ही उन्हें कई तरह की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है. उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल की हालत तो यह है कि इस अस्पताल में 700 बेड की क्षमता है, जबकि यहां हर समय हजार से लेकर 1200 तक मरीज भर्ती रहते हैं. उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल एकमात्र ऐसा अस्पताल है जहां इलाज के लिए सिलीगुड़ी ही नहीं बल्कि सिक्किम, दार्जिलिंग और पड़ोसी राज्य बिहार से भी रोगी आते हैं. इसलिए अस्पताल पर हमेशा दबाव बना रहता है.

सिलीगुड़ी में एक अत्याधुनिक सुविधा वाले एम्स जैसे बड़े अस्पताल की आवश्यकता काफी समय से महसूस की जा रही है, ताकि सिलीगुड़ी और पहाड़ के मरीजों को इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़े. सर्वप्रथम 2012 में उत्तर बंगाल में एम्स की स्थापना को लेकर आवाज बुलंद की गई थी. उस समय दक्षिण दिनाजपुर के रायगंज में एम्स की स्वीकृति भी मिल गई थी. परंतु राजनीतिक खींचातानी के चलते रायगंज में तो एम्स की स्थापना नहीं हो सकी, उसे नदिया जिले के कल्याणी में स्थानांतरित कर दिया गया और 2019 में उसे चालू भी कर दिया गया है.

आज भी उत्तर बंगाल एम्स की सुविधा से वंचित है. यहां के लोग चाहते हैं कि सिलीगुड़ी व आसपास में एम्स की स्थापना हो ताकि यहां के मरीजों को इलाज के लिए सिलीगुड़ी से बाहर जाना ना पड़े. यहां के लोगों की स्वास्थ्य समस्याओं तथा अस्पतालों की स्थिति के बारे में पूर्व में भी राजू बिष्ट ने केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक की थी. और उन्होंने सदन में भी सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना की मांग की थी. अब एक बार फिर से उन्होंने संसद में सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना की मांग उठाई है.

आपको याद होगा कि कुछ समय पहले खबर समय के लोकप्रिय कार्यक्रम लेटस टॉक में बोलते हुए राजू बिष्ट ने पूरे भरोसे के साथ कहा था कि सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना होगी. उन्होंने यह भी कहा था कि मैं वक्त से पहले ही यह घोषणा कर रहा हूं. आप चाहे तो इसे ब्रेकिंग न्यूज़ में चला सकते हैं. ऐसा लगता है कि सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना की दिशा में ही सारी घटनाएं घट रही हैं. 30 मार्च को उत्तर बंगाल के सभी भाजपा विधायक सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना तथा केंद्रीय विश्वविद्यालय की मांग को लेकर दिल्ली जा रहे हैं. वे सभी वहां केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर अपनी मांग रखेंगे.

यह कहना अनावश्यक नहीं होगा कि राजू बिष्ट के नेतृत्व में उत्तर बंगाल के भाजपा विधायक सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना को लेकर केंद्र पर दबाव बढ़ाएंगे. और यह संभव है कि आने वाले कुछ महीनो में सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना को लेकर केंद्र की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा की जा सके. सिलीगुड़ी के लोग उस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं जब केंद्र की ओर से इस संबंध में कोई बड़ी घोषणा की जाएगी.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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