सिक्किम को एक शांत राज्य माना जाता है, लेकिन अब सिक्किम की यह छवि खतरे में नजर आ रही है, क्योंकि सिक्किम में इन दिनों अपराधिक घटनाएं लगातार पांव पसार रहे हैं | इन दिनों सिक्किम में महिला और नाबालिगों के साथ लगातार अपराधिक घटनाएं घटित हो रही हैं, चाहे वह स्कूली छात्र हो या 80 वर्ष के वृद्ध महिला सिक्किम में हर उम्र की महिलाएं अपराधिक घटना का शिकार बन रही है |
सिक्किम में आखिर नाबालिक छात्रों के साथ ही ऐसी घटनाएं क्यों घटित हो रही है ?
क्या सिक्किम सरकार छात्रों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल हो रही है ?
यहां तक की सिक्किम पुलिस में कार्यरत होमगार्ड भी एक नाबालिग छात्र का यौवन प्रताड़ित कर रहा था आखिर अचानक क्यों सिक्किम में नाबालिगों के साथ आपराधिक घटनाओं में उछाल आ गए |
फिर इसी तरह की तीन घटनाएं घटित हुई है, जिससे सिक्किम वासियों के रोंगटे खड़े हो गए | बता दे कि, मंगन जिले में एक सप्ताह के अंदर पीओसीएसओ एक्ट के तहत अलग-अलग मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया |
सिक्किम में विभिन्न राज्यों से बच्चें शिक्षा ग्रहण करने जाते हैं और उनके माता-पिता भी निश्चिंत होकर उन्हें पीजी में रहने की अनुमति देते हैं ताकि छात्रों को घर का माहौल मिले और बच्चें सही तरीके से शिक्षा प्राप्त कर सके | देखा जाए तो यह पीजी छात्रों के लिए घर के समान ही होता है, लेकिन यदि इसी घर में उनके साथ दुराचार किया जाए तो यह मंजर भी काफी भयावह हो जाता है |
कुछ ऐसा ही मामला पीजी में छात्रों के साथ घटित हुआ | स्कूली बच्चों के लिए पीजी सुविधा संचालित करने वाले एक जोड़े को कथित तौर पर ग्यारह बच्चों का यौन और शारीरिक उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। छात्रों द्वारा स्कूल को दुर्व्यवहार के बारे में सूचित करने के बाद जिला बाल संरक्षण इकाई ने शिकायत दर्ज की और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया |
दूसरे मामले में एक होम गार्ड ने अपनी हैवानियत का परिचय देते हुए, एक नाबालिक को अपना शिकार बनाया
सिक्किम पुलिस में कार्यरत एक होम गार्ड को पिछले दो वर्षों से एक नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है । पीओसीएसओ एक्ट के तहत आरोपी को गिरफ्तार किया गया है |
वहीं तीसरे मामले में एक व्यक्ति को नाबालिग स्कूल छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बताया गया है कि, छात्रा व्यक्ति के रिश्तेदार लगती है,जिसके कारण वह व्यक्ति के घर में रहकर शिक्षा ग्रहण कर रही थी |
इन मामलों को लेकर एसपी मंगन सोनम डेटचू ने बताया, “सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
प्रत्येक मामले में, डीसीपीयू ने शिकायत दर्ज की, और आरोपियों पर पोक्सो एक्ट अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं, मामले की जाँच की जा रही है |
इन घटनाओं के प्रकाश में आने से सिक्किम सरकार पर सवाल उठने लगे हैं कि, क्या अब सिक्किम में महिलाएं सुरक्षित है ?
बता दे कि, पोक्सो एक्ट एक्ट यानि प्रोटेक्शन आफ चिल्ड्रेन फ्राम सेक्सुअल अफेंसेस एक्ट | बाल यौन शोषण पर ध्यान आकर्षित करने और इसके आस-पास की चुप्पी की साजिश को तोड़ने के लिए कई प्रयास किए जाते हैं इसी के मद्देनजर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम, 2012, पोक्सो अधिनियम, एक ऐतिहासिक कानून बनाया गया है। ये पोक्सो एक्ट भारत के सभी नागरिकों पर लागू है। पोक्सो एक्ट-2012 में कुल 46 धाराएं हैं।
इसमें पीड़ित के बयान के बाद की आरोपियों को गिरफ्तार किया जाता है | यह अधिनियम पूरे भारत पर लागू होता है, पॉक्सो कनून के तहत सभी अपराधों की सुनवाई, एक विशेष न्यायालय द्वारा कैमरे के सामने बच्चे के माता पिता या जिन लोगों पर बच्चा भरोसा करता है, उनकी उपस्थिति में होती है।
सिक्किम में नाबालिक के साथ बढ़ते अपराधिक घटना में यह पोक्सो एक्ट कितना कारगर साबित होगा और इस एक्ट के तहत क्या सिक्किम में नाबालिक के साथ होने वाली अपराधिक घटनाओं में लगाम लगेगा की,नहीं इसमें सवाल चिन्ह बना हुआ है ?