सिलीगुड़ी, 31 जुलाई: सिलीगुड़ी नगर निगम की बैठक में मेयर परिषद सदस्य दिलीप बर्मन को बाहर निकाले जाने को लेकर शुरू हुए विवाद ने अब राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। इस मुद्दे पर राजवंशी समाज द्वारा सड़क अवरोध और विरोध प्रदर्शन के बाद अब मेयर गौतम देव और डिप्टी मेयर रंजन सरकार ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।
मेयर गौतम देव ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैं पार्टी के अंदर की बातों को सार्वजनिक नहीं करना चाहता। लेकिन जहां तक समाज की बात है, मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मैं सभी जाति, धर्म और समुदायों का समान रूप से सम्मान करता हूं। कुछ लोग इस मुद्दे को जातीय रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।”
वहीं, डिप्टी मेयर रंजन सरकार ने भी इस विषय पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मैं इस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा। बैठक के संचालन के नियम होते हैं और यह जिम्मेदारी चेयरमैन की होती है। हम सभी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रास्ते पर चल रहे हैं और हर समाज के लोगों की चिंता करना हमारी प्राथमिकता है।”
ज्ञात हो कि पूरा मामला जुड़ा है 46 नंबर वार्ड से,जहां दो दिन पहले निगम की टीम एक अवैध निर्माण को तोड़ने गई थी,लेकिन बीच रास्ते से ही टीम को वापस लौटना पड़ा।इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए दिलीप बर्मन ने मीटिंग के दौरान पूछ लिया जब कार्रवाई तय थी, तो टीम वापस क्यों लौटी?
बस फिर क्या था निगम के भीतर बैठी सत्ताधारी पार्टी के काउंसिलरों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई।बात इतनी बढ़ गई कि मीटिंग में मौजूद अधिकारियों ने
दिलीप बर्मन को बोर्ड मीटिंग से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके अगले दिन यानि आज राजवंशी समाज ने उनके समर्थन में सिलीगुड़ी के बनेश्वर मोड़ पर सड़क अवरुद्ध कर प्रदर्शन किया।