आप अपना कोई भी महत्वपूर्ण दस्तावेज जैसे आधार कार्ड या अन्य आईडी किसी को भी ना दें. खासकर ऐसे लोगों को जो आपके पर्सनल आईडी, आधार कार्ड, पासबुक आदि के जरिए लोन दिलाना चाहते हैं या किसी तरह की कोई योजना बताते हैं, आपका फायदा बताते हैं, इसके एवज में आपको यह सारी चीजें उन्हें ट्रांसफर करना जरूरी है, इसी तरह की कुछ और योजना उनकी हो सकती है. ऐसे लोगों के झांसे में कभी ना आए और ऐसे अजनबी लोगों को अपने पास फटकने तक ना दें.
सिलीगुड़ी के नजदीक फांसी देवा इलाके में फांसी देवा थाने की पुलिस ने आज एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जो ग्रामीण इलाकों में लोगों को प्रलोभन देकर उनसे आधार कार्ड, पासबुक, चेक बुक, एटीएम कार्ड इत्यादि लेकर उसका दुरुपयोग करते थे. इसका पता ग्रामीणों को नहीं चलता था. उन्हें बताया जाता था कि उन्हें लोन मिलेगा या फिर अन्य तरह से प्रलोभन दिए जाते थे. इस खेल में कुछ मंजे हुए शातिर लोग शामिल होते थे. हालांकि फांसी देवा पुलिस ने एक व्यक्ति को ही अभी तक की रफ्तार किया है, पर समझा जाता है कि इसमें और लोग भी शामिल हो सकते हैं. पुलिस अधिकारी ने कहा कि स्थानीय स्तर पर भी कई लोग इसमें शामिल हो सकते हैं.
यह छापेमारी अभियान चटहाट इलाके में चलाया गया था. मुखबिर की सूचना पर फांसी देवा थाने की पुलिस ने चटहाट इलाके में तीन घरों में छापेमारी की कार्रवाई की. पुलिस ने इस छापेमारी कार्रवाई में विभिन्न लोगों के एटीएम कार्ड, बैंक अकाउंट पासबुक, चेक बुक आदि काफी संख्या में बरामद किए हैं. पुलिस ने कई लोगों के घरों के भी कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं. एक घर से पुलिस ने अनिल गोप नामक एक 30 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया. उसके पास से पुलिस ने कई लाख रुपए नगद बरामद किए हैं.
सिलीगुड़ी के नजदीक फांसी देवा इलाके में यह घटना चर्चा का विषय बना हुआ है. इसके साथ ही ग्रामीण भी डरे हुए हैं, जिन्होंने बिना सोचे समझे कुछ पैसे के लालच में अपना आईडी और महत्वपूर्ण पहचान पत्र आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स सब कुछ सौंप दिया है. यह भी नहीं सोचा कि कोई उनके आईडी का गलत इस्तेमाल भी कर सकता है. सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार इस खेल में गांव के भी कुछ युवक शामिल हो सकते हैं. जिन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया. बाद में ग्रामीणों की शिकायत के बाद फांसी देवा थाने की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ऐसे धोखेबाज लोगों के चेहरे उजागर करने का फैसला किया है. कम से कम एक व्यक्ति तो आज पुलिस की गिरफ्त में आ ही चुका है.
पुलिस उसे रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी तो कई और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं. इन दिनों सिलीगुड़ी के नजदीक ग्रामीण इलाकों में लोन दिलाने के नाम पर लोगों के आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, बचत बैंक पासबुक आदि महत्वपूर्ण दस्तावेज गिरोह के लोग हासिल कर लेते हैं. लेकिन उन्हें लोन तो नहीं मिलता. उल्टे उनके आईडी का दुरुपयोग का खतरा बढ़ जाता है. सूत्र बता रहे हैं कि इन लोगों ने कई ग्रामीणों को चूना भी लगाया है. बहरहाल पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपी अनिल गोप राज का फाश करेगा, पुलिस को उम्मीद है.
खबर समय उन लोगों को भी सावधान कर रहा है, जो किसी बड़े आदमी के रिश्तेदार या शुभचिंतक बता कर साइबर ठगी का अनोखा गेम शुरू कर देते हैं. कुछ समय पहले सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस में एक के बाद एक पुलिस ऑफिसर का सोशल मीडिया पर एसीपी से लेकर पुलिस ऑफिसर उसके बाद पुलिस कमिश्नर तक का फेक अकाउंट बनाकर जान पहचान वाले लोगों से किसी तरह से पैसा ऐंठने का मामला सामने आया था.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)
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